संग्राहक की मौत पर मिली अनुग्रह राशि का आधा हिस्सा प्रबंधक ने हड़पा

कोरबा 7 फरवरी। छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण की दर बढ़ाने के साथ कई प्रकार के लाभ संग्राहक वर्ग को दिए जाने की व्यवस्था सरकार ने की है। बोनस से लेकर बीमा भी इस कड़ी में शामिल किए गए हैं। कोरबा में एक संग्राहक की मौत के बाद मिली अनुग्रह राशि का आधा हिस्सा प्रबंधक स्तर के कर्मचारी ने हड़प लिया। दिवंगत संग्राहक की पुत्री ने इस बारे में कई स्तर पर शिकायत की है और कार्रवाई करने की मांग की है।

बीड़ी उद्योग को संचालित करने के लिए तेंदूपत्ता की बड़ी भूमिका होती है। छत्तीसगढ़ के कोरबा समेत विभिन्न जिलों में इसका व्यापक उत्पादन होता है । पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों के कारोबारी कोरबा जिले के तेंदूपत्ता को खरीदने के लिए पिछले कई वर्षों से उतावले रहे हैं। इसलिए सरकार ने भी संग्राहक वर्ग कि सुविधा में बढ़ोतरी कर दी है। जानकारी के अनुसार कोरबा के रिसदी क्षेत्र की रहने वाली इंदिरा बाई कवर तेंदूपत्ता संग्रहण से जुड़ी हुई थी। पिछले वर्ष अगस्त महीने में उसका निधन हो गया था। सरकारी प्रावधान के अंतर्गत मृतका की बेटी के खाते में 2 लाख रुपए की राशि प्राप्त हुई थी। इंदिरा बाई की पुत्री शिवरात्रि ने बताया कि लघु वनोपज प्राथमिक सहकारी समिति मर्यादित के प्रबंधक ने उसे यह राशि दिलवाई जरूर लेकिन इसका पचास फ़ीसदी हिस्सा ये कहकर ले लिया कि दूसरे अधिकारियों को कमीशन भी देना है। यहां वहां पता करने के बाद पीड़िता को मालूम चला कि इस मामले में गलत बाजी हुई है तो उसने लगातार 1 लाख रुपए की रकम वापस करने के लिए प्रबंधन पर दबाव बनाया। इस मामले में आनाकानी करने के बाद घटनाक्रम की शिकायत की गई और इसका खुलासा किया गया।

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