छत्तीसगढ़: खाद्यमंत्री अमरजीत भगत का कथित रिश्तेदार, लाखों रूपयों की धोखाधड़ी कर हो गया फरार

कोरबा 2 फरवरी। छत्तीसगढ़ के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत का कथित रिश्तेदार जिले के कई व्यापारियों से लाखों रूपयों की धोखाधड़ी कर फरार हो गया है। व्यवसायी उनकी तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। मामले की शिकायत फिलहाल पुलिस में नहीं की गयी है।

डिंगापुर कोरबा निवासी नरोत्तम भगत स्वयं को प्रदेश के खाद्यमंत्री अमरजीत भगत का भतीजा बताता रहा है। उसके मोबाईल और फेसबुक में मंत्री के साथ अनेक फोटोग्राफ हैं। इन्हीं फोटो को दिखाकर पहले उसने यहां के व्यापारियों को विश्वास में लिया और उसके बाद लाखों रूपयों की उन्हें चपत लगाकर फरार हो गया।

नरोत्तम भगत के शातिरपन का अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है, कि उसने स्वयं को ठेकेदार और ट्रांसपोर्टर बताने के लिए बाकायदा एन. बी. कंस्ट्रक्शन और गायत्री कोल अर्थमूवर्स मटैरियल सप्लायर नाम की कथित कंपनी बना रखा है। इन्हीं संस्थानों की आड़ में उसने लाखों रूपयों की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है।

जानकारी के अनुसार नरोत्तम भगत ने धोखाधड़ी के लिए खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के प्रभार के खाद्य विभाग से जुड़े व्यापारियों को ही टारगेट बनाया। उसने कोरबा जिले के पेट्रोल पंप मालिकों को बताया कि उसने जिले के दो बड़े उद्योगों में परिवहन का बड़ा ठेका लिया है। उसे बड़ी मात्रा में डीजल की जरूरत पड़ेगी। शुरूआत में उसने नगद पैसों से दो-दो हजार लीटर डीजल लेना शुरू किया। कुछ दिनों में पम्प मालिकों का विश्वास अर्जित कर लिया, उसके बाद उसने परिवहन बिल के भुगतान में विलम्ब होने का बहाना बनाकर उधार लेना प्रारंभ किया। फिर एक दिन सहसा गायब हो गया।

सूत्रों के अनुसार नरोत्तम भगत ने जिन व्यवसायियों को लाखों रूपयों की चपत लगायी है, उनमें कांग्रेस के एक कद्दावर नेता सहित कुछ अन्य प्रभावशाली लोग शामिल हैं। अकेले कोरबा जिले में उसके द्वारा लगभग एक करोड़ रूपयों की धोखाधड़ी की गयी है।

बताया जाता है कि वह पेट्रोल पम्प से डीजल लेने के बाद उसे स्थानीय परिवहन कर्ताओं को बीस रूपये प्रति लीटर की कम
दर पर नगद रूपये लेकर बेच दिया करता था। मामले की विस्तृत जांच होने पर जिले के कई परिवहन व्यवसायी भी कानूनी शिकंजे में फंस सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार नरोत्तम भगत के कोरबा के अलावा रायगढ, बिलासपुर, जांजगीर चाम्पा, जशपुर नगर और रायपुर में भी लाखों रूपयों की धोखाधड़ी की है। बताते हैं कि उसने कुछ पेट्रोल पम्प मालिकों को चेक भी दे रखा है। उसके एकाउन्ट में पैसा नहीं होने के कारण ऐसे चेक का भुगतान नहीं हो रहा
है।

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