लोनर हाथी ने ग्रामीण के मकान को तोड़ा, बाल-बाल बचे परिजन

मलबे में दबने से कबरा हुआ घायल

कोरबा 13 जनवरी। जिले के कटघोरा वनमंडल के केंदई रेंज के कोरबी गांव में बुधवार की रात अचानक धमके लोनर हाथी ने एक ग्रामीण के मकान को तोड़ दिया, जिससे उसके मलबे में दबकर एक बकरा घायल हो गया। मकान मालिक व उसके परिवार के तीन सदस्य भी काफी देर तक लोनर हाथी से घिरे रहे। वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को इसकी भनक लगी तो वे तत्काल मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से लोनर हाथी को खदेड़ा। वन अमले द्वारा खदेड़े जाने पर लोनर ने जंगल का रूख किया और कुछ देर बाद साली पहाड़ पहुंच गया। हाथी के मौके से हटने के बाद वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से सबसे पहले मलबे में दबे बकरा को बाहर निकाला। तत्पश्चात अन्य कमरे में घिरे मकान मालिक व उसके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। वन विभाग की सक्रियता से बकरे तथा मकान मालिक के परिवार की जान बाल-बाल बच गई।

जानकारी के अनुसार लोनर हाथी की उत्पाति गतिविधि कोरबी में रात 12 बजे के लगभग अधिन सिंह पिता नैनसाय नामक ग्रामीण के घर पर हुई। बताया जाता है कि उक्त ग्रामीण का घर बस्ती से दूर पहाड़ के पास सुनसान में स्थित है, जहां अधिन सिंह व उसके परिवार के तीन सदस्य निवास करते है। इस परिवार ने एक बकरा भी पाल रखा है। पालतु बकरे को घर के एक कमरे में बांध कर अधिन सिंह अपने परिवार के साथ सोने दूसरे कमरे में चला गया था। आधी रात को झुंड से अलग होकर एक लोनर हाथी अचानक यहां आ धमका। वह अधिन सिंह के घर को निशाना बनाते हुए दीवाल का बड़ा हिस्सा तोड़ दिया, जिससे वहां बंधा बकरा मलबे में दब गया। बकरे की आवाज सुनकर अधिन सिंह व उसके परिवार के सदस्य जाग गए। इसी बीच लोनर की चिंघाड़ भी सुनायी दी। जिससे अधिन सिंह अपने कमरे में ही परिवार सहित दुबके रहे। उसे समझने में देर नहीं लगी की लोनर उसके घर पर पहुंच गया है और नुकसान पहुंचा रहा है। उसने फोन के जरिये बस्ती में रह रहे ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। जिस पर ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया। हाथी के पहुंचने तथा एक घर को घेरे जाने की सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला डिप्टी रेंजर एम के साहू, बिट गार्ड नागेंद्र जायसवाल व पंकज खैरवार के नेतृत्व में तत्काल मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों की मदद से मशाल जलाकर वह शोर मचाकर लोनर को खदेडऩे की कार्रवाई शुरू की। काफी मशक्कत के बाद लोनर हाथी मौके से चलता बना और जंगल का रास्ता तय कर समीप ही स्थित साली पहाड़ पर चढ़ गया। लोनर के जाने के बाद वन अमले ने सबसे पहले मलबे को हटाकर उसमें दबे बकरे को बाहर निकाला। तत्पश्चात घर के अन्य कमरे में मौजूद अधिन सिंह व उसके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। लोनर हाथी ने अधिन सिंह के घर में रखे चावल, धान को भी चट कर दिया।

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