महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज को साकार करती छत्तीसगढ़ सरकारः संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम का हुआ आयोजन

कोरबा 2 नवंबर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवंबर को जिला मुख्यालय कोरबा में एक दिवसीय राज्योत्सव का आयोजन किया गया। राज्योत्सव कार्यक्रम का आयोजन डॉ. भीमराव अम्बेडकर ओपन थियेटर घण्टाघर चौक कोरबा में किया गया। राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव शामिल हुए। उन्होंने मंच पर शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में हितग्राही मूलक सामग्रियों का वितरण किया। इस दौरान संसदीय सचिव श्री यादव ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जनहितकारी योजनाओं से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। नरवा-गरवा-घुरूवा-बाड़ी कार्यक्रम में गांवो को सशक्त बनाकर नई पहचान दी है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति, तीज-त्यौहार, परंपराओं को आगे बढ़ाने और उन्हें आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए भी सरकार ने योजनाएं बनाई है, कई सार्थक कदम उठाये हैं। मुख्य अतिथि ने कहा कि सरकार ने शपथ लेते ही सबसे पहले किसानों का 1100 करोड़ रूपए का कर्जा माफ कर और धान का दाम 2500 रूपए प्रति क्ंिवटल कर प्रदेश के किसानों को लाभान्वित किया हैं। उन्होंने कहा कि श्री बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ विकास का नया मॉडल पेश कर रहा हैं। राज्य शासन द्वारा किसानों और सभी वर्ग की लोगों की भलाई के लिए बहुत सारे लाभकारी योजनाएं लागू की गई है। शासकीय योजनाओं से लोगों को काफी लाभ भी मिल रहा है। श्री यादव ने कहा कि गौठानो में बनने वाले उत्पादों की पहुंच अब शहरों तक हो गई है। छत्तीसगढ़ के गौठानों में बने दीए दिल्ली तक में हाथों-हाथ बिक रहे हैं। प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती से लेकर गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ाने के लिए अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले गए हैं। लोगों की ईलाज की बेहतर सुविधा देने के लिए चलित अस्पताल और हाट-बाजार क्लीनिक भी तेजी से काम कर रहे हैं। श्री यादव ने राज्य स्थापना दिवस पर सभी कोरबा वासियों को बधाई और शुभकामनाएं भी दीं।

राज्योत्सव कार्यक्रम में शासकीय योजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए। स्टॉल के माध्यम से शासकीय विभागों ने जनहितकारी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाई। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों के हितग्राहियों को सामग्रियों का भी वितरण किया गया। जिले की स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाए गए उत्पाद हैण्डबैग, साबुन, डिर्जेन्ट, गमला, अगरबत्ती, फिनाइल, दोना-पत्तल आदि के बिक्री के लिए बिहान बाजार भी लगाया गया। बिहान बाजार में सभी उत्पादों को देखने और खरीदने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों के दल ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। स्थानीय छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम का आनंद लेने देर शाम तक लोग झूमते रहे। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं कटघोरा विधायक श्री पुरूषोत्तम कंवर, अधोसंरचना एवं उन्नयन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा, रामपुर क्षेत्र के विधायक श्री ननकीराम कंवर, नगर निगम कोरबा के महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर एवं जनपद पंचायत कोरबा अध्यक्ष श्रीमती हरेश कंवर, गौसेवा आयोग के सदस्य श्री प्रशांत मिश्रा सहित जिला कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ श्री नूतन कंवर, नगर निगम आयुक्त श्री कुलदीप शर्मा, पार्षद श्री सुरेन्द्र जयसवाल और बड़ी संख्या में नागरिकगण मौजूद रहे।

किसान श्री लघुरमन को मिला ट्रैक्टर, 210 से अधिक लोगों को किया गया सामग्री वितरण – एक दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा हितग्राहियों को हितग्राही मूलक कार्यों के लिए विभिन्न सामानों का वितरण किया गया। इस दौरान किसान श्री लघुरमन को कृषि विभाग द्वारा ट्रैक्टर का वितरण किया गया। किसान को पांच लाख 91 हजार रूपए के ट्रैक्टर में शासन की ओर से दो लाख 50 हजार रूपए का अनुदान दिया गया है। अन्य विभागों द्वारा 210 से अधिक हितग्राहियों को लगभग 88 लाख रूपए के सिलाई मशीन, राज मिस्त्री किट, वन अधिकार पट्टा, दवाई-बीज, सरसों मिनी किट एवं मछली पालन के लिए आईस बॉक्स, आवास आबंटन, चेक राशि, महाजाल आदि का वितरण किया गया। नगर निगम कोरबा द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना और मोर मकान मोर चिन्हारी अंतर्गत दस हितग्राहियों को आवास आबंटन, श्रम विभाग द्वारा 12 हितग्राहियों को सिलाई मशीन, 18 राज मिस्त्री किट एवं 29 हितग्राहियों को राशि का वितरण किया गया। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 26 हितग्राहियों को चेक राशि, पशुधन विकास विभाग द्वारा 30 हितग्राहियों को चेक राशि, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा पांच हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टा, उद्यानिकी विभाग द्वारा दस हितग्राहियों को चेक राशि, दस हितग्राहियों को प्याज बीज एवं दवाई खाद का वितरण किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा तीन हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्राईसिकल, तीन हितग्राहियो को परिवार सहायता चेक राशि, कृषि विभाग द्वारा 20 हितग्राहियों को सरसों मिनी किट, 20 हितग्राहियों को अलसी मिनी किट एवं पांच हितग्राहियों को वर्मी कम्पोस्ट का वितरण किया गया। इसी प्रकार मछली पालन विभाग द्वारा तीन हितग्राहियों को आईस बॉक्स, दो हितग्राहियों को महाजाल एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा पांच हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजी रही शाम, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति से देर शाम तक झूमे लोग – राज्योत्सव कार्यक्रम के दौरान शाम छह बजे से स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में लोग राज्योत्सव स्थल पर मौजूद रहे। स्थानीय कलाकारों की छत्तीसगढ़ी प्रस्तुति ने लोगों को देर शाम तक छत्तीसगढ़ी धुन पर थिरकने को मजबूर कर दिया। नृत्य और संगीत का आनंद लेते हुए लोग देर शाम तक झूमते रहे। इस दौरान छत्तीसगढ़ी नृत्य करमा, सुआ, ददरिया आदि की प्रस्तुति कलाकारो द्वारा दी गई। क्रेजी ग्रुप द्वारा देश भक्ति नृत्य ने लोगों का मन जीत लिया। वहीं इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने मनमोहक लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। राज्योत्सव के कार्यक्रम में कोसाबाड़ी कर्मा नृत्य दल द्वारा आकर्षक कर्मा नृत्य प्रस्तुत किया गया। पर्यावरण एवं जीव संरक्षण पर आधारित जियो और जीने दो लघु नाटक की प्रस्तुति भी श्री जितेन्द्र सारथी एवं श्री देवाशीष ने दी। श्री बसंत वैष्णव और उनके दल ने देश भक्ति एवं बॉलीवुड गायन श्री थिरमन दास महंत और उनके दल ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक गीत और घनश्याम श्रीवास के दल ने लोक रंजनी की रोचक प्रस्तुतियां भी दी। कार्यक्रम की शुरूआत में स्थानीय गायक जाकिर हुसैन ने अपने गीतों से समा बांधा।

राज्योत्सव स्थल में सजा बिहान बाजार, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की स्वाद के लिए उमड़े लोग – राज्योत्सव कार्यक्रम में बिहान बाजार भी सजा रहा। बिहान बाजार के माध्यम से स्थानीय स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गये उत्पादों को बिक्री के लिए रखा गया। राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होने आए बड़े उत्साह के साथ महिला समूहों द्वारा बनाए उत्पादों का अवलोकन किया और खरीददारी भी की। बिहान बाजार में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से सजे स्टॉल भी लगाए गए। लोगों ने भारी संख्या में आकर महिला समूहों द्वारा बनाए जा रहे छत्तीसगढ़ी व्यंजन बड़ा, भजिया, अईरसा, ठेठरी, खुरमी, चीला आदि व्यंजनों का स्वाद लिया। महिला स्वसहायता समूहो द्वारा बनाए गए साबुन, फिनाइल, खिलौने, चप्पल, बांस की टोकरी, हैण्डबैग, कोसा साड़ी, कोसा शॉल, गोबर के दीए, मोमबत्ती आदि सामान बिहान बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध रहे। बिहान बाजार में जैविक पद्धति से उत्पादित किए गए जैविक ब्लैक राईस, रेड राईस एवं विभिन्न प्रकार के पतले चांवल भी बिक्री के लिए उपलब्ध रहे। बिहान बाजार पर देर शाम तक लोग खरीददारी के लिए जुटे रहे।

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