सीजी बोर्ड से जुड़ी 120 में से 105 निजी स्कूल के बंद रहने से 10 हजार बच्चों की पढ़ाई रही ठप्प

कोरबा 26 अक्टूबर। जिले की सीजी बोर्ड से जुड़ी 120 में से 105 स्कूलों के पट सोमवार को बंद रहने से 10 हजार से भी अधिक बच्चों की पढ़ाई पूरे दिन बंद रही। आरटीई के तहत जिन बच्चों को स्कूलों में दाखिला देकर पढ़ाया जा रहा है उनकी ट्यूशन फीस तीन साल से नहीं मिली है। सरकार से राशि की मांग करते हुए छत्तीसगढ़ प्रायवेट स्कूल मैनेजमेंट एशोसिएशन ने स्कूल बंद रखने का आवाहन किया था।

छत्तीसगढ़ प्रायवेट स्कूल मैनेजमेंट के तत्वावधान में निजी स्कूलों को बंद रखने की आवाहन का व्यापक असर रहा। स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों पहले ही सूचना दे दी गई थी। कुछ ऐसे भी स्कूल थे जहां जानाकरी नहीं मिलने के कारण बच्चों को स्कूल से वापस लौटना पड़ा। शहर की अपेक्षा ग्रमाीण क्षेत्र में बंद का अधिक असर देखने को मिला। एसोशिएशन के जिला अध्यक्ष परमेश्वर देवांगन ने बताया कि शिक्षा के अधिकार के तहत बच्चों को निजी स्कूल में दाखिल तो दिया गया है लेकिन ट्यूशन फीस नहीं दिए जाने के कारण शिक्षकों का वेतन भुगतान मुश्किल है। ऐसे में निजी स्कूल प्रबंधनों की आस सरकार पर ही टिक गई। समस्या केवल ट्यूशन फीस के भुगतान की ही नहीं बल्कि स्कूल बसों के फिटनेश की भी है। इससे जुड़ी मांग को भी एशासिएशन ने अपनी मांग पत्र में शामिल किया है। जिसके अनुसार स्कूल की बसें कोरोना काल में दो साल से बंद थी। बसों का रोड टैक्स माफ किया जाए साथ ही फिटनेस नवीनीकरण के नियम में बदलावा लाया जाए। एशोसिएशन के अध्यक्ष ने यह भी बताया कि शहर क्षेत्र के कुछ बड़े स्कूलों को छोड़कर शेष सभी जगह बंद के लिए प्रबंधनों का व्यापक सहयोग रहा। उन्होने बताया कोरबा शहर के अलावा कटघोरा, छुरी, दर्री, जमनीपाली, चैतमा, पाली आदि स्थानों में संचालित बंद का असर रहा। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज का कहना है शिक्षा के अधिकार के तहत ट्यूशन का भुगतान राज्य शासन से होना है। शासन के गाइड लाइन के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कोरोना काल के कारण इस बार स्कूलों में पढ़ाई देर से शुरू हुई है। एक एक दिन बच्चों की पढ़ाई के लिए महत्वपूर्ण है। ऐस एक दिन भी स्कूल बंद होन अभिभावकों के लिए परेशानी का सबब है। जिले के कई स्कूलों में अर्द्धवार्षिक अथवा पहले सेमेस्ट की परीक्षा शुरू हो चुकी है। स्कूल बंद रखने की आवाहन के कारण निर्मला हायर सेकेंडरी सहित कई स्कूल प्रबंधनों परीक्षा के टाइम टेबल परिवर्तन करना पड़ा। सीजी बोर्ड के अलावा 16 सीबीएससी स्कूलों में भी शिक्षा के अधिकार के तहत 400 से भी अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। सोमवार को छत्तीसगढ़ पायवेट स्कूल मैनेजमेंट एशासिएशन के तत्वावाधान में बंद के आयोजन में केंद्रीय सीबीएसई बोर्ड के एक भी स्कूल शामिल नहीं है। सभी स्कूलों में पूर्व दिनों की तरह पढ़ाई सामान्य रूप से जारी है।

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