कोरबा 13 अक्टूबर। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के अर्जित ग्रामों के भू-विस्थापितों की बैठक ग्राम रिसदी खोडरी में आयोजित की गई, जिसमें ग्राम खोडरी ,रिसदी,चुरैल आमगांव, पड़निया पाली,सोनपुरी के ग्रामीण उपस्थित रहे। इस दौरान नौकरी, मुआवजा, पुनर्वास,पेयजल समस्या, प्रदूषण, फसल क्षतीपूर्ति, हैवी ब्लास्टिंग एवं अन्य मुद्दों पर चर्चा कर 20 अक्टूबर से महाप्रबंधक कार्यालय का गेट जाम कर धरना देने का निर्णय लिया गया।

केंद्रीय कोर कमेटी सचिव बृजेश श्रीवास ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या हल नहीं होने से नाराजगी बनी हुई है। शिकायत के बाद भी सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है। 10-11 वर्ष पहले भू-अर्जन किया गया, पर अभी तक मुआवजा का भुगतान शुरू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि खदान किनारे स्थित खेतों में पानी का ठहराव नहीं होने से जमीन बंजर होने से फसल नहीं हो पा रहा है। हैवी ब्लास्टिंग से मकान दरार पड़ रहे हैं और बोर नीचे धंस रहे हैं। खदान में काम करने वाले ठेका मजदूरों को निर्धारित मजदूरी नहीं मिल पा रही है। गर्मी के दिनों में पेयजल विस्तार की समस्या विकराल हो जाती है एवं अन्य सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई एवं एक स्वर से 20 अक्टूबर 2021 को मुख्य महाप्रबंधक कुसमुंडा कार्यालय का गेट जाम धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान प्रताप सिंह बृजेश श्रीवास, बाबू सिंह एमंगल भवन सिंह, धरम सिंह एसुबे लाल एसुंदर सिंह, मनबोध सिंह दुलार साय चमरू दास, इंद्रासन सिंह, गनपत सिंह, दिनेशसिंह सुरेंद्र पाल, लखनलाल,सुदामा पांडे, भीम पटेल,पुनी राम यादव,ईश्वर सिह, धनराज सिंह,प्यारेलाल,अमी दास, अमर लाल,समय दास,सूरभवन पटेल, महेशु राम पटेल, पंचराम, दिनेश कुमार,सुरेश राम, प्यारेलाल एवं गांव की महिलाएं उपस्थित रहे।

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