बिजली खंभा गिरा कार पर, जनहानि नहीं
कोरबा 6 जुलाई। बिजली खंभों की स्थिति पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिए जाने के कारण अक्सर घटनाएं हो रही है। इतवारी बाजार इलाके में एक दुकान के सामने लगा बिजली खंभा अचानक कार पर जा गिरा। माना जा रहा है कि ओवर एज होने और लोड बर्दाश्त नहीं कर सकने की वजह से यह घटना हुई। सीएसईबी ने इस दौरान किसी तरह की जनहानि नहीं होने की बात कही।
पुरानी बस्ती वार्ड के अंतर्गत आने वाले इलाके में यह घटना हुई है। यहां पर खंभा नंबर 3003 काफी समय से मौजूद था। बिजली वितरण कंपनी के द्वारा वर्षों पहले इसे यहां पर लगाया गया था। मनोज जनरल स्टोर्स के सामने लगे इस खंभे की चपेट में एक कार आ गई, जो उसके ठीक बगल से खड़ी थी। बिना किसी संकेत के एकाएक यह खंभा फाउंडेशन के उपरी हिस्से से अलग होने के साथ कार पर जा गिरा। इसकी आवाज सुनने के साथ आसपास के लोग यहां एकत्र हो गए। कार मालिक को इस घटना में आंशिक नुकसान होने की बात कही जा रही है। राहत की बात यह रही कि जिस स्थान पर यह सब हुआ, वहां कोई व्यक्ति बिजली खंभे की चपेट में नहीं आया। अगर हादसे की दिशा दूसरी तरफ होती तो नुकसान की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। शहरी क्षेत्र के कई हिस्सों में दुर्घटना को आमंत्रित करने के अंदाज में ऐसे कई खंभे मौजूद हैं, जिनमें निचला हिस्सा कमजोर हो चुका है। ऐसे मामलों को लेकर लोगों के द्वारा वितरण कंपनी को शिकायत की जा चुकी है और प्रभावित संसाधन को बदलने के लिए कहा गया है।
जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी ने नियमित प्रकृति के अनेक कार्यों को ठेके पर दे रखा है। इसमें नए सिरे से खंभे लगाने के साथ-साथ उनकी शिफ्टिंग और जरूरी सुधार कार्यों को शामिल किया गया है। ऐसे कार्यों के लिए प्रतिवर्ष विद्युत कंपनी को डंगनिया मुख्यालय से फंड आवंटित किये जाते हैं। यह सब इसलिए होता है ताकि कहीं भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके। बिजली कंपनी में ठेके पर होने वाले काम अधिकांशतः पुराने ठेकेदारों के अधीन हैं। इसके अलावा बिजली कंपनी में पिछले वर्षों में सेवा दे चुके कई कर्मचारी नेताओं ने अब इसी संस्था में ठेकेदारी शुरू कर दी है। इस चक्कर में अधिकारियों के साथ ठेकेदारों की जबरदस्त अंडर स्टैंडिंग बनी हुई है। इसका नुकसान यह हो रहा है कि कई कार्यों को औपचारिक रूप से संपन्न कराने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। उच्च अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना जरूरी है।