ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित दर से डेढ़-दो गुना वसूल कर रहे रेत माफिया


0 शासकीय रेत खदानों के ठेकेदार कर रहे रंगदारी, ननकीराम ने की शिकायत

कोरबा, । शहरी क्षेत्र में रेत माफियाओं की सक्रियता पर पिछले दिनों जिला पुलिस द्वारा की गई बड़ी कार्यवाही के बाद से कुछ अंकुश लगा है किंतु ग्रामीण अंचलों में रेत माफिया और रंगदारी कर अवैध वसूली करने वाले खासा सक्रिय है। रामपुर विधायक व पूर्वर् गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने ऐसे ही रंगदारों की शिकायत कलेक्टर से करते हुए कार्यवाही का आग्रह किया है।
विधायक ननकीराम कंवर ने कलेक्टर को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि रामपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत स्थित रेत खदान क्रमश: ग्राम चोरभ_ी, ग्राम बगदर व ग्राम भैंसामुड़ा जनपद पंचायत करतला में आवंटित शासकीय रेत खदानों के ठेकेदारों द्वारा ग्रामीणों से रंगदारी करते हुए डरा-धमकाकर अवैध वसूली की जा रही है। शासन द्वारा निर्धारित दर के अनुसार 470 रुपए प्रति टै्रक्टर-ट्राली से अधिक मूल्य नहीं वसूला जा सकता है, जिसमें टाली में रेत भरने का कार्य भी ठेकेदार को ही करना है किन्तु रेत ठेकेदार आम ग्रामिणों से 600 से 800 रुपए तक अवैध वसूली कर रहे हैं तथा दोगुनी राशि लेने के बाद ट्राली में रेत भी नहीं भर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा अधिक राशि लेने का विरोध करने पर उन्हे गुण्डों का भय दिखा कर डरा-धमका रहे हंै। रेत ठेकेदार आवंटित क्षेत्र से अधिक क्षेत्रफल में रेत का खनन कर शासन को भी राजस्व की क्षति पहुंचा रहे हंै। रेत ठेकेदारों द्वारा क्षेत्र के अन्य नदी नालों पर भी कब्जा कर अपने गुण्डों को बैठा दिया गया है। लोगों को सुलभ तरीके से रेत उपलब्ध कराने व शासन को राजस्व हानि से बचाने के लिए रेत घाटों का ठेका प्रारम्भ किया गया किन्तु रेत ठेकेदार माफियाओं और गुण्डों के सहयोग से रेत घाट चला रहे हंै।
0 रेत के दाम दोगुने, विकास कार्य प्रभावित
श्री कंवर ने कहा है कि रेत माफियाओं की गुण्डागर्दी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रेत का दाम दोगुने से भी अधिक हो गया है इस कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं और ग्रामीण जनों को निजी निर्माण कार्य कराने में भी दिक्कत हो रहा है। इससे आम जन में काफी रोष है जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए रेत ठेकेदारों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। श्री कंवर ने आग्रह किया है कि रेत ठेकेदारों द्वारा जारी अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाने हेतु उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।

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