आधी रात दंतैलों ने किया हमला, जान बचाकर भागा परिवार 0 झोपड़ी जलकर राख, अनाज सहित सारे सामान जल गए
कोरबा। कटघोरा वनमंडल में रह-रहकर हाथियों का कहर कायम है। लंबे समय सेे केंदई वन परिक्षेत्र और कोरबी सर्किल के जंगल और आबादी इलाके के आसपास घूम रहे हाथियों में से 2 दंतैल ने आधी रात एक ग्रामीण पर हमला कर दिया। वह और उसका परिवार किसी तरह जान बचाकर भागे लेकिन घर को तहस-नहस और राख होने से नहीं बचा सके।
कटघोरा वनमंडल के कोरबी वन सर्किल क्षेत्र के ग्राम सलईगोट, घुंचापुर में 13 मई की रात ग्राम पंचायत परला से लगे जंगल में 32 हाथियों का दल विचरण करने पहुंचा। यह झुंड 12 मई की आधी रात कोइलारगड़रा के जंगल में मौजूद था जो घूमते-फिरते परला पहुंचा। दल से अलग होकर 2 दंतैल हाथी भोजन की तलाश में घनी आबादी क्षेत्र की ओर रवाना हुए। आधी रात जब ग्रामीण अपने घरों में गहरी नींद में थे, तब आंगन में सो रहे संतुलाल पिता अघन साय बैगा 45 वर्ष के निकट पहुंचकर इन दोनों हाथियों ने हमला करने का प्रयास किया। किसी तरह आहट पाकर संतुलाल हड़बड़ाकर जागा व स्वयं वहां से बचकर शोर मचाकर परिजनों को भी जगाया और सभी कोई भागकर गांव के सरकारी स्कूल पहुंचे। यहां रात भर शरण लेकर अपनी जान बचा लिए तो दूसरी तरफ दंतैलों ने संतुलाल के कच्चे मकान में दबिश देकर तोड़-फोड़ की और रखे चावल, धान को चट कर गए। यहां हाथियोंं के उत्पात के वक्त जलती चिमनी गिर जाने से घर में आग भी लग गई जिसमें कपड़े सहित घर में रखे 3 हजार रुपए नगद सहित अन्य सामान जल गए। सुबह हालात सामान्य होने पर संतुलाल घर वापस लौटा और हालत देखकर सभी परिजन बिलखने लगे। घटना की सूचना कोरबी परिक्षेत्र अधिकारी एमके साहू को दी गई। वन अमले ने नुकसानी का जायजा लेने के साथ ही ग्रामीणों को हाथियों से सजग रहने के लिए कहा।