अगर अस्पताल में लगी आग, तो सबको बचाने के लिए हम हैं तैयार..

ईएसआईसी कोविड अस्पताल में फायर माकड्रिल, अस्पताल स्टाफ ने सीखे आग से बचाव के तरीके

कोरबा 26 अप्रैल। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर कोविड अस्पतालों में आग लगने से बचाव और आग लगने पर बुझाने के तरीकों का फायर सेफ्टी माकड्रिल किया गया। इएसआईसी कोविड अस्पताल के प्रभारी डा. के. एल. धु्रव, कंसलटेंटं डा. देवेन्द्र गुर्जर और अस्पताल के समस्त स्टाफ की मौजूदगी में फायर सेफ्टी माकड्रिल का आयोजन किया गया। माकड्रिल में अग्निशमन एवं सुरक्षा विभाग की ओर से डिप्टी कमांडेंट श्री पी.बी.सिदार ने आग लगने के कारण, उससे बचाव और आग बुझाने के लिए उपयोग में आने वाले विभिन्न यंत्रों के बारे में विस्तार से बताया।

श्री सिदार ने अपनी टीम के साथ विभिन्न प्रकार से लगने वाले आग के बारे में बताया और आग लगाकर उसको बुझाने के विभिन्न तरीकों को भी अस्पताल के सभी कर्मचारियों को बताया। अस्पताल के कर्मचारियों ने बड़ी उत्सुकता से माकड्रिल में भाग लिया। कई पैरा मेडिकल स्टाफ ने स्वयं ही आग बुझाने वाले यंत्रों का इस माॅकड्रिल में उपयोग किया और आग बुझाने के तरीके सीखे। स्टाफ नर्स दुलेश्वरी साहू ने कहा कि माकड्रिल में बिजली, पेट्रोल और गैस से लगने वाले आग के बारे में बताया गया। अग्शिमन टीम द्वारा अच्छे तरीके से आग से निपटने के तरीके बताये गये। मैंने खुद आग को बुझाकर देखा। यह सब तरीके बहुत फायदेमंद है, जिससे आपातकानीन स्थिति से निपटने में बहुत ही सहायक सिद्ध होगी। वहीं नर्स सुश्री रजनी ने कहा कि आग लगने पर उससे बचाव के तरीके और सावधानियां सीख लीं हैं। हमारा अस्पताल आग से अभी तक सुरक्षित है परंतु किसी भी आपात स्थिति में आग लगने पर अब हम सब उससे निपटने के लिए तैयार हैं। खुद की और मरीजों की जान ऐसी दशा में बचाने के लिए भी हमने सारे गुर सीख लिये हैं।

डिप्टी कमांडेंट श्री सिदार ने बताया कि आग के लिए अस्पताल बहुत ही संवेदनशील जगह होती है । उन्होंने कहा कि इस समय अस्पतालों में बड़ी संख्या में वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसनट्रेटर से लेकर कई अन्य जीवन रक्षक उपकरण संचालित हो रहे हैं। कई बार निर्धारित क्षमता से अधिक बिजली लोड होने के कारण अस्पतालों के बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होता जिससे आग लगने का खतरा होता है। श्री सिदार ने बताया कि ऐसे शार्ट सर्किट से लगने वाले आग को कार्बन डाइआक्साइड युक्त फायर एक्सटिंगुशर से बुझाना चाहिए। उन्होंने आग लगने पर की जाने वाले उपायों के बारे में अस्पताल कर्मचारियों को बारिकी से बताया। उन्होंने ज्वलनशील पदार्थ जैसे पोटेशियम ज्वलनशील तेल जैसे पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस से लगने वाले आग को वास्तविक में जलाकर उसको बुझाने के तरीके बताये।

अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ श्री डी.आर. भोसले, सुश्री रजनी और मृत्युजय ने स्वयं तत्परता के साथ आग को बुझाकर आपातकालीन स्थिति से निपटने के गुर सीखे। अग्निशमन टीम के द्वारा विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंगुशर, कटर, ड्रिलर आदि मशीनों को सामने रखकर सभी अस्पताल कर्मचारियों को उसके उपयोग के बारे में बताया। कर्मचारियों को अस्पताल में लगे आग बुझाने के यंत्रों और उन्हें उपयोग में लाने के तरीके भी बताये गये।

Spread the word