बाँदा जेल पहुंचते ही व्हीलचेयर छोड़ अपने पैरों पर खड़ा हो गया बाहुबली मुख्तार अंसारी

बाँदा 7 अप्रैल। मुख्‍तार अंसारी को पंजाब की कोर्ट में पेशी के दौरान व्‍हीलचेयर पर देखा गया था। जब वो बांदा की जेल के गेट पर पहुंचा तो नजारा कुछ और ही था। यूपी की बांदा जेल के गेट पर पहुंचते ही मुख्‍तार अंसारी ने व्‍हीलचेयर छोड़ दी।

यूपी पुलिस मुख्‍तार अंसारी को लेकर यूपी की बांदा जेल के गेट पर पहुंची तो मेन गेट से जेल के अंदर तक मुख्‍तार अंसारी टहलते हुए गया। वहीं मुख्तार अंसारी के बड़े भाई एवं गाजीपुर से बसपा के सांसद अफजाल अंसारी ने पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा लाते समय मुख्तार अंसारी के साथ अमानवीय बर्ताव किए जाने का आरोप लगाया है।

यूपी सरकार में मंत्री स‍िद्धार्थनाथ स‍िंह ने कहा है क‍ि यह बड़ी सफलता है। समाजवादी सरकार मुख्तार को पालने पोसने में लगी थी, उसको सारी सुविधा दी जा रही थी। उन्‍होंने कहा क‍ि मुख्‍तार को बांदा जेल में एक कैदी की तरह रखा जाएगा जैसे बाकी कैदियों को रखा जाता है। मैं इतना ही कह सकता हूं कि यूपी की मुख्तार को कोर्ट के आदेशानुसार रखा जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी की उस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य में उसके पति की ‘सुरक्षा’ सुनिश्चित करने और उसके खिलाफ निष्पक्ष रूप से मुकदमा चलाने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को ही पंजाब पुलिस से अंसारी की हिरासत मिली है। अंसारी पर उत्तर प्रदेश में कई जघन्य आपराधिक वारदात को अंसाम देने का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि उत्तर प्रदेश में अंसारी की जान को ‘गंभीर खतरा’ है और अगर न्यायालय उसकी सुरक्षा के लिए कदम उठाने का निर्देश नहीं देगा तो अंसारी की हत्या होने की ‘प्रबल आशंका’ है।

याचिका के अनुसार, अंसारी पर ऐसे राजनीतिक शत्रुओं द्वारा कई बार हमले का प्रयास किया जा चुका है जो सत्ताधारी राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं। अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी की ओर से सोमवार को दायर याचिका में अनुरोध किया गया है कि उनके पति को एक जेल से दूसरे जेल और जेल से अदालत ले जाने के दौरान वीडियोग्राफी कराई जाए और यह सीआरपीएफ जैसे केंद्रीय बलों की निगरानी में किया जाए।

न्यायालय ने 26 मार्च को पंजाब सरकार को आदेश दिया था कि अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाए। अफशां की ओर से दायर याचिका में अनुरोध किया गया है कि पंजाब से बांदा जिला जेल में स्थानांतरण के दौरान, मुख्तार अंसारी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न्यायालय उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दे। उन्होंने अधिकारियों को अंसारी को जेल में सुरक्षा देने तथा उत्तर प्रदेश में अदालतों में पेश करने के दौरान भी सुरक्षा देने का निर्देश देने का आग्रह किया।

याचिका में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश देने का अनुरोध किया कि गया है कि अंसारी सुरक्षित रहे और उत्तर प्रदेश में उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में सुनवाई के लिए पेश होते समय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत उसके अधिकार सुरक्षित रहें। याचिका में उत्तर प्रदेश में पिछले साल गैंगस्टर विकास दुबे को मुठभेड़ में मार गिराए जाने का भी जिक्र किया गया है।

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