दुर्ग जिला : शवगृह में शवों की संख्या बढ़ती जा रही है, अब हालत हो गई है चिंताजनक, असुरक्षित तरीके से रखे जा रहे मर्चकुरी में

दुर्ग 7 अप्रैल: कोरोना की दुसरी लहर ने तो देश के कई जिलों में हाहाकार मचा रखा हैं वहीं छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला भी इससे सर्वाधिक है.यहां कोरोना के मामलों में तेजी देखते हुये जिला प्रशासन ने हफ्ते भर के लिए मंगलवार से सम्पूर्ण लॉक डाउन लगा दिया हैं.शवगृह में शवो की संख्या भी बढ़ती जा रही हैं.मरीजो की संख्या बढ़ने के फलस्वरूप चिकित्सको की चिंता बढ़ गई हैं.500 बेड वाले सरकारी अस्पताल की स्थिति चिंताजनक हैं.यहां के शवगृह में आठ फ्रीजर हैं. डॉक्टरों का यह कहना हैं कि वो जल्द से जल्द मरीजो के संबधितो को उनके शव नहीं सौप पा रहे हैं.

दुर्ग चीफ मेडिकल सुपरिडेंट पी आर बालकिशोर का कहना है की लोग हालात बहुत खराब हो जाने के बाद अस्पताल आ रहे हैं जब उनका आक्सीजन लेबल 40 से 50 फीसदी तक गिर जा रहा हैं, ऐसी हालत में भर्ती हो रहे हैं. हालत बस शवगृहों की ही नहीं, शवदाहगृहों की भी हृदयविदारक है. जिले के शवदाह गृह में कोविड से गंवाने वाले मरीजों के हैरान-परेशान संबंधी PPE किट पहनकर वहां उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं.

दुर्ग जिले में कोरोना से हो रही लगातार मौतों के कारण भयावह स्थिति निर्मित हो गई है। मृतकों के परिजनों ने जानकारी दी है कि मरच्यूरी में लाशों को रखने की जगह नहीं है। बेसिन के पास लाशें रखी गई हैं। जानकारी मिली है कि अभी प्रशासन ने आज हो रही मौतों के आंकड़े अधिकृत रूप से जारी नहीं किए हैं। अभी तक लगभग 20 लाशें मरच्यूरी पहुंच चुकी हैं, लेकिन उन्हें रखने के लिए जगह कम पड़ रही हैं। ज्यादातर मृतकों के कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। दुर्ग और भिलाई में कोरोना को लेकर स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है।

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