आगे पाट पीछे सपाट: मेनटेनेंस के बाद भी चल रही बिजली की आंख मिचौली

न्यूज एक्शन। शहरी क्षेत्र में बिजली की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल रही है। विभाग का मेंटेनेंस अभियान चल रहा है इसके बाद भी बिजली का आना जाना लगा है। भीषण गर्मी में बिजली की लगातार जारी आंख-मिचौली से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली व्यवस्था का बुरा हाल है। रोजाना शहर के तुलसनीगर, पाड़ीमार जोन, दर्री क्षेत्र में बिजली गुल होने से लोग परेशान रह रहे हैं। 2-3 घंटे के बीच में बिजली का आना जाना लगा रहता है। खासकर इन दिनों विद्युत विभाग की कालोनियों में ही सबसे अधिक बिजली की आंख मिचौली चल रही है।
अधिकारियों की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान
राज्य सरकार ने 400 से कम यूनिट बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल देने की योजना लागू की हैं परंतु विद्युत वितरण विभाग के अफसरों एवं कर्मचारियों की लापरवाही से बिल भुगतान के बाद भी उनका बिजली बिल जोडकऱ भेजा जा रहा है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल का फायदा नहीं मिल पा रहा है। हाउसिंग बोर्ड कालोनी गोकुलनगर निवासी उमेश कुमार ने बताया कि उसने निर्धारित तिथि के दो दिन बाद बिजली बिल जमा कर दिया था। लेकिन जब इस माह उसके पास बिल आया तो उसमें पूर्व अवशेष दिखा रहा है। जिसके कारण उमेश को बिजली बिल जमा कर देने के बाद भी हाफ बिजली बिल योजना का लाभ नहीं मिला। ऐसे सैंकड़ों लोग लापरवाही का शिकार है। इसी तरह सीएसईबी कालोनी कोरबा पूर्व के कई इलाकों में पिछले दो माह से स्पॉट बिलिंग नहीं हो रही है। जिसके कारण उपभोक्ताओं की बिजली खपत यूनिट 400 से ऊपर पहुंच चुकी है। ऐसे में उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल का लाभ नहीं मिल पाएगा। पथर्रीपारा के श्रवण कुमार ने बताया कि जब से स्पॉट बिलिंग शुरू हुआ है तब से बिल ही नहीं आ रहा है। कर्मचारी यहां आते ही नहीं। जिसकी वजह से ऑनलाइन बिल जमा करना पड़ रहा है।

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