सूखा राशन पर घिरी सरकार.. 105 रुपये में ख़रीदा सोयाबीन.. विपक्ष ने घोटाले का लगाया आरोप… जवाब नहीं दे पाए मंत्री

रायपुर। विधानसभा बजट सत्र का आज छठवां दिन था। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य का 21 वां बजट पेश करते, इससे पहले प्रश्नकाल चला, जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने सूखा राशन वितरण को लेकर सवाल उठाया। विपक्ष ने आदिम जाति मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम से पूछा कि सूखा राशन बाजार भाव से अधिक में क्यों खरीदी गई, जबकि बाजार में बेहतरीन क्वालिटी का सोयाबीन अधिकतम 55 रुपए तक बिक रहा है, बच्चों के लिए 105 रुपए प्रति किलो की दर से सोयाबीन की खरीदी क्यों की गई? विपक्ष ने इसमें सीधे तौर पर सरकार को घोटालेबाज बताया।

इन सवालों के जवाब में प्रेमसाय सिंह टेकाम विपक्ष के किसी भी सवाल का सही तरीके से जवाब नहीं दे पाए। हालांकि कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने मंत्री टेकाम को सहयोग देने की कोशिश की, लेकिन विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा मचाया। विपक्ष ने साफ तौर पर कहा कि बच्चों को सूखा राशन देने के नाम पर सरकार घोटाला कर रही है, जिसका साक्षात उदाहरण सामने है।

इस मसले पर विपक्ष ने वाॅक आउट की तैयारी कर ली थी, लेकिन इससे पहले कि वाॅक आउट कर पाते, आसंदी से प्रश्नकाल समाप्त होने की घोषणा कर दी गई, साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने 12.30 बजे तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया।

Spread the word