कोरोना: अमेरिकी ने की भारत की सराहना, बताया सच्चा मित्र

वाशिंगटन। कोविड-19 वैक्सीन के जरिए वैश्विक समुदाय की मदद के लिए आग आए भारत को अमेरिका ने ‘सच्चा मित्र’ बताया है। 16 जनवरी से भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू है। इसके साथ ही पड़ोसी देशों- म्यांमार, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, मॉरिशस और सेशेल्स को वैक्सीन की खेप भेजी गई। भूटान इसके अलावा कई देशों को वैक्सीन की कमर्शियल सप्लाई के विषय में भी विचार किया जा  रहा है। इन देशों में सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और मोरक्को का नाम है। ‘दुनिया की फार्मेसी’ के तौर पर प्रसिद्ध भारत ने दुनिया भर का 60 फीसद वैक्सीन विकसित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना वायरस संकट से संघर्ष  में भारत का वैक्सीन निर्माण और डिलीवरी क्षमता का उपयोग दुनिया की मदद के लिए किया जाएगा।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ‘वैश्विक स्वास्थ्य व दक्षिण एशिया में कोविड-19 वैक्सीन के वितरण को लेकर हम भारत की भूमिका की सराहना करते हैं। वैश्विक समुदाय की मदद के लिए अपने फर्मा का उपयोग करने वाला भारत सच्चा मित्र है।’ विदेश मामलों को देखने वाली कमेटी के चेयरमैन ग्रेगरी मिक्स (Gregory Meeks) ने भी पड़ोसी देशों की सहायता देने के लिए भारत की सराहना की है। उन्होंने कहा, ‘मैं भारत के प्रयासों की तारीफ करता हूं, उसने पड़ोसी देशों को मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन की खेप मुहैया कराते हुए कोविड-19 महामारी से लड़ने में दुनिया की मदद की है।’ अमेरिकी मीडिया ने भी इस कदम के लिए भारत की प्रशंसा की है।

इस बीच अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से की गई तारीफ के लिए धन्यवाद कहा है।

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