धड़कन बढऩे लगी प्रत्याशियों की, मतगणना को अब तीन दिन शेष
कोरबा। छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब मात्र तीन दिन का समय शेष रह गया है। इसी के साथ प्रत्याशियों की धड़कन भी बढऩे लगी है। अब तक मतदान के बाद थकान मिटाने और मंदिरों में मत्था टेकने के बाद अब जनता का फैसला आने वाला है ऐसी स्थिति में कोरबा जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों की धड़कन बढऩा लाजमी है। वहीं अभी भी राजनीतिक दलों द्वारा जीत हार की संभावनाओं की समीक्षा की जा रही है। इसके विपरित कुछ ऐसे भी प्रत्याशी है जिन्हें जीत हार से कोई मतलब नहीं है बल्कि वह तो महज अनौपचारिकता समझ रहे है।
छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कोरबा जिले की चार विधानसभा कटघोरा, कोरबा, रामपुर और पालीतानाखार विधानसभा क्षेत्र में 20 नवंबर को मतदाताओं ने प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद कर दिया। जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र में सीधा मुकाबला न होकर त्रिकोणी मुकाबला हुआ है। जिसको लेकर राजनीतिक पंडित अभी भी सही तरीके से कोई अनुमान या कयास नहीं लगा पा रहे है। लेकिन अपने-अपने दलों के प्रत्याशियों की जीत का दावा जरूर किया जा रहा है। 11 दिसंबर को आईटी कॉलेज खरमोरा में मतगणना होनी है। मतगणना को अब तीन दिन शेष रह गए है। अधिकांश प्रत्याशी थकान मिटाने और देवी देवताओं के दरबार में मत्था टेककर अपनी जीत का आशीर्वाद मांगा गया। अधिकांश प्रत्याशी लौट चुके है । चुनाव परिणाम को लेकर सर्वाधिक उत्सुकता अगर किसी में है तो वह है कांग्रेस भाजपा और जकांछ के प्रत्याशियों में। इन दलों के प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार में रात दिन एक कर दिया गया और जनता के दरबार में हाजरी लगाई गई है। अब जब परिणाम आना है तो दिल की धड़कन बढऩा तय है। ऐसी स्थिति में कईयों की नींद भी गायब हो जाए तो कोई मुश्किल बात नहीं होगी। सर्वाधिक प्रतिष्ठा की सीट मानी जा रही कोरबा विधानसभा में भाजपा के विकास महतो , जकांछ के रामसिंह अग्रवाल और कांग्रेस के जयसिंह अग्रवाल दो बार के विधायक के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। निर्दलीय प्रत्याशियों में एक मात्र विशाल केलकर ही अपना वजूद बताने में सफल रहे है। लेकिन उन्हें भी जमानत बचाने की चिंता सता रही होगी। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में भी वर्तमान विधायक लखन लाल देवांगन भाजपा गोंविद सिंह राजपूत, जकांछ और कांग्रेस के पुरूषोत्तम कंवर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हुआ है। तीनो ही प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे है। इसी तरह पाली तानाखार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से पाला बदलकर भाजपा में आए राम दयाल उइके , गोंगपा के हीरा सिंह मरकाम , कांग्रेस के मोहित केरकेटा के बीच मुकाबला है। रामपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर कांग्रेस के वर्तमान विधायक श्याम लाल कंवर के बीच जकांछ के फूल सिंह राठिया ने त्रिकोण बना दिया है। दलीय प्रत्याशियों का चैन अब छिन गया है और उल्टी गिनती के साथ ही उनकी चिंता भी साफ नजर आने लगी है। पार्टी प्रत्याशियों और उनके समर्थकों द्वारा जीत हार की संभावनाओं को टटोला जा रहा है। समीक्षा और कयासों का बाजार भी गर्म है। इसके विपरीत निर्दलीय प्रत्याशियों को किसी प्रकार की चिंता नहीं है। एकाध ऐसे जरूर प्रत्याशी है जिन्हें अपनी जमानत राशि की चिंता सता रही है। बांकी अन्य निर्दलीय प्रत्याशी सिर्फ खानापूर्ति के लिए चुनाव मैदान में है और किसी न किसी दलीय प्रत्याशी के सहारे ही चुनाव लड़ रहे थे। चुनाव में उनका कानीकौडी खर्चा नहीं हुआ है। बल्कि इसमें बचत भी कर ली है। इस कारण इन्हें किसी प्रकार की चिंता हीं नहीं है।