कोयला अफरा तफरी और आर्थिक कदाचरण की जांच प्रारंभ
कोरबा । छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह कोरबा पूर्व में एक शिकायत के आधार पर कोयला अफरा तफरी और आर्थिक कदाचरण की जांच मुख्यालय से आए अधिकारी द्वारा प्रारंभ कर दी गई है । बताया जाता है कि दो अधिकारियों के खिलाफ जांच प्रारंभ होने के साथ ही मामले को रफा दफा करने का प्रयास भी प्रभावित अधिकारियों द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पूर्व में पदस्थ कार्य पालन अभियंता एल.के.मंडलोई और कोयला संचालन व संधारण विभाग के कार्यपालन अभियंता एस.के.सोनपुरे के खिलाफ स्थानीय एक भाजपा नेता द्वारा उत्पादन कंपनी के मुख्यालय रायपुर में शिकायत की गई थी। शिकायत में दोनों अधिकारियों के खिलाफ एसईसीएल से आने वाले कोयले की अफरा तफरी किए जाने और आर्थिक अनियमितता का मामला बताया गया था। शिकायत के आधार पर जांच के लिए शनिवार को मुख्यालय से अधीक्षण अभियंता संदीप चौधरी कोरबा पहुंचे। उन्होंने दोनों अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि शासकीय कोयले की अफरा तफरी का मामला काफी गंभीरता से लिया गया है। चूंकि यह विद्युत संयंत्र की संचालन प्रणाली से जुड़ा हुआ है। इस कारण अधिकारी भी गंभीरता पूर्वक इस मामले की जांच कर रहे है। एल.के.मंडलोई के खिलाफ उनकी कार्य प्रणाली और आर्थिक भ्रष्टाचार की शिकायत भी है। अधिकारी द्वारा जांच तो प्रारंभ कर दी गई है। बताया जाता है कि जांच को प्रभावित करने के लिए जांच में फंसे दोनों अधिकारियों द्वारा अब इस मामले को लेन देन कर सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि इस मामले में अधिकारिक तौर पर विद्युत उत्पादन कंपनी के कोई भी अधिकारी जानकारी देने से कतरा रहे है।
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