कोरबा: कोयला कारोबारियों में गैंगवार, एक युवक की मौत, पाली थानेदार लाइन अटैच, आज नगर बंद

कोरबा। जिले के पाली थाना क्षेत्र में गैंगवार और एक युवक की हत्या के मामले में पाली थाना प्रभारी को लाइन अटेच कर दिया गया है। घटना के बाद पाली में तनाव व्याप्त है। कोई 8 आरोपियों ने थाना में सरेंडर कर दिया है, जबकि कुछ आरोपी अभी भी फरार हैं।

आपको बता दें कि कोरबा जिले के पाली थाना अंतर्गत एसईसीएल कोरबा एरिया की सरायपाली बुड़बुड़ कोयला खदान है। यहां लंबे समय से कोयला के कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। इस लड़ाई में शुक्रवार को आखिरकार एक ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की जान चली गई। लम्बे समय से यह बात प्रशासन, शासन और संगठन के बीच चर्चा में थी कि समय रहते अगर दोनों गुटों के विवाद को नहीं रोका गया तो भविष्य में बड़ी घटना हो सकती है। घटना को लेकर एसईसीएल के चंद अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस की समय रहते निभाई जाने वाली मध्यस्थता की भूमिका की नाकामी को भी नकारा नहीं जा सकता। तमाम आशंकाओं-कुशंकाओं के बीच आखिरकार यह बढ़ता तनाव शुक्रवार की रात 10 बजे बड़े गैंगवार के रूप में सामने आया। पाली क्षेत्र में कोयला की लड़ाई में यह गैंगवार अमन पसंद लोगों के बीच आक्रोश और शोक मिश्रित सन्नाटे के साथ चिन्ता की वजह बन गया है।

बताया गया कि एमटीसी कंपनी ग्रुप के रोहित जायसवाल व अन्य लोगों के साथ दूसरे ग्रुप के लोगों का पहले लोडिंग को लेकर सरायपाली परियोजना के गेट पर विवाद हुआ और विवाद इतना बढ़ा कि आपस में जमकर मारपीट हो गई। इस गैंगवार के दौरान हथियार के रूप में कत्ता, तलवार और बंदूक का इस्तेमाल करने की भी बातें सामने आई है। इस घटना में मृतक रोहित जायसवाल के सीने पर चाकूनुमा हथियार के साथ-साथ बंदूक से गोली मारने की भी बात सामने आई है। अपुष्ट तौर पर सम्भवतः गोली पेट में लगी है।
बताया जा रहा है कि इस गैंगवार में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से दो को अस्पताल पहुंचाया जा सका और इसमें से रोहित जायसवाल की मौत हो गई जबकि घटनास्थल से तीन लोग कथित तौर पर लापता बताए जा रहे हैं। लापता बताए जा रहे ये लोग एमटीसी कंपनी ग्रुप के बताए जा रहे हैं।

घटना को लेकर पाली नगर के लोगों में नाराजगी भी है, शोक भी और इस बात की चिंता भी है कि शुरू हुआ यह खूनी गैंगवार भविष्य में क्या रूप ले सकता है? पाली में बनते- बिगड़ते और तनावपूर्ण हालातों के बीच पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी थाना में डटे हुए हैं। उन्होंने अपनी टीम को एक्टिव कर दिया है,। सायबर टीम सक्रिय हो गई है और घटना से जुड़े लोगों व संदेहियों की तलाश सरगर्मी से की जा रही है। कुछ प्रमुख लोगों के घर के सामने पुलिस तैनात है। घटना की जानकारी के बाद जिला भाजपा अध्यक्ष मनोज शर्मा पाली पहुंचे। उनके साथ भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भावनानी, पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष अजय जायसवाल भी थाना पहुंचे।

दूसरी ओर मृतक के भाई की लिखित शिकायत में नामजद किए गए लोगों की तलाश तेज हो गई है। बढ़ते आक्रोश को कम करने के लिए पुलिस लगातार कार्य कर रही है। इस घटना में 16 लोगों पर FIR दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन कर उन्हें रवाना कर दिया गया है। साइबर सेल की टीम भी आरोपियों को ट्रैक करने में जुटी है। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि 8 से 9 लोगों ने थाना पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया है। इन लोगों के बयान कलमबद्ध किये जा रहे हैं।

जानकारी के अनुसार घटना दिनांक को पाली के थानेदार विनोद सिंह थाना से नदारद रहे । ड्यूटी में बरती गई लापरवाही को ध्यान में रखते हुए एसपी सिद्दार्थ तिवारी ने पाली थाना प्रभारी एसआई विनोद सिंह को तत्काल लाइन अटैच कर दिया है। दर्री थाना संभाल रहे राजेश तिवारी को पाली का थानेदार बनाया गया है। दर्री थाना का प्रभार निरीक्षक ललित चन्द्रा को दिया गया है।

हत्या के बाद पाली शहर में आक्रोश फैल गया है। मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस को पहले से इस विवाद की जानकारी थी, लेकिन समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई। रोहित के भाई ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की है। इस बीच इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात कर दिया है। इस घटना के विरोध में स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने पाली शहर को बंद रखने का ऐलान किया है। वारदात के बाद इलाके में भारी तनाव व्याप्त हो गया, जिससे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

Spread the word