काले रंग की थार के साथ आरोपी चालक गिरफ्तार, निकाला जुलूस

कोरबा 03 मार्च। पिछली रात कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में हुई एक घटना ने लोगों को भयभीत कर दिया। विवाद के बाद एक पान ठेला सहित कई दुकानों को निशाने पर लेने वाली थार को पुलिस ने जब्त करते हुए चालक को गिरफ्तार कर लिया है। आज सुबह मौके पर उसे लेकर पुलिस पहुंची। लोगों ने यहां जमकर भड़ास निकाली। पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर चौक से आरोपी का जुलूस निकाला।इस मामले में राकेश यादव को गिरफ्तार किया गया है।

सूत्रों के अनुसार आरोपी मूलतः बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है और कुछ समय से कोरबा जिले के गेवरा क्षेत्र में निवासरत है। वह पिछली रात ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में उत्पात मचाने के बाद लोगों को चकमा देते हुए भाग निकला था। थार क्रमांक सीजी-12बीजे-5038 के चालक राकेश यादव ने बस स्टैंड रोड पर एक दुकान में विवाद किया जिस पर कुछ लोगों ने उसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद उसके द्वारा गाड़ी को मोडने के दौरान जान-बूझकर आसपास में खड़ी कुछ गाडियों को ठोंक दिया। इसे लेकर हंगामा हुआ तो वह यहां से भाग निकला। उसकी हरकतों पर लोगों ने नाराजगी जताई। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। इसके लिए अलग-अलग स्तर पर टीम सक्रिय की गई। एक स्थान से मिली सूचना के बाद उसे आखिरकार दबोच लिया गया। आज दोपहर 12 बजे के लगभग आरोपी को लेकर सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना, ट्रैफिक एएसआई मनोज राठौर और अन्य जवान यहां पहुंचे। काले रंग की थार के साथ आरोपी को यहां लाया गया तो कुछ ही मिनट में आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। उन स्थानों की तस्दीक आरोपी से कराई गई, जहां पर उसने रात्रि को उसकी उपस्थिति दर्ज हुई थी और उसने बड़ी अनहोनी को आमंत्रित किया। मौके पर जुटे लोगों ने इस दौरान पुलिस को बताया कि यही व्यक्ति था जो बेमतलब विवाद कर रहा था और जब उसकी वीडियो बनाई गई तो उसने थार को यहां से वहां दौड़ाते हुए तोडफोड़ की। इससे लोगों ने अपने प्राण संकट में फंसते देख किसी प्रकार खुद को सुरक्षित किया। उसके खिलाफ सीएसईबी चौकी में मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने एक बार फिर गुंडा तत्वों को सबक सिखाने के लिए उनके चेहरे सार्वजनिक रूप से पेश किए। जुलूस निकालने का तरीका इसमें शामिल है। पुलिस ने टीपी नगर चौक से सीएसईबी चौकी तक यह काम किया। इससे पहले भी कई मामलों में इस प्रकार का फार्मूला अपनाया गया है।

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