महाशिवरात्रि पर्व परंपरागत आस्था और विश्वास के साथ मनाया गया

सामाजिक संगठनों ने लगाए सहायता शिविर
कोरबा 26 फरवरी। ब्रह्म मुहूर्त से शिवालय भक्तों की उपस्थिति से गुलजार रहे। घंटा और शंख ध्वनि के साथ यहां भगवान महादेव का जय घोष गूजता रहा। महाशिवरात्रि पर शहर से लेकर कस्बे और आंचल में भक्ति भाव व श्रद्धा का उल्लास देखने को मिला।
चौत्र कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को महाशिवरात्रि पर परंपरागत रूप से आस्था और विश्वास के साथ मनाया गया। हर कहीं देवाधिदेव महादेव की पूजा अर्चना विधि विधान से करने के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह दिखाई दिया। छोटे बड़े सभी शिवालयों में आस्थावान लोगों की काफी भीड़ इस अवसर पर पूजा अर्चना के लिए जुटी। महाशिवरात्रि पर भक्तों ने बीज मंत्र ऊं नमः शिवाय अंकित बेलपत्र भगवान को अर्पित किए। धतूरा फूल के अलावा कनेर कई प्रजाति के फूल और यज्ञोपवीत, फल भी समर्पित किया गया। सनातन संस्कृति और परंपरा को ध्यान में रख मंदिरों में महाशिवरात्रि को अनुष्ठान संपन्न कराए गए। भक्तों के द्वारा भक्ति पूर्वक भगवान का अभिषेक जल, दुग्ध, दही और शर्करा से किया गया। सुबह से शुरू हुआ पूजा अर्चना और आरती का यह सिलसिला जारी है जो रात तक चलेगा। सभी मंदिरों में पहुंचे संस्थाओं को समितियां की ओर से प्रसाद और भोग का वितरण भी किया गया।
महाशिवरात्रि के अवसर पर कोरबा के कनकेश्वर धाम, चकचकवा पहाड़ी कटघोरा, शिव मंदिर शंकरखोल कोरकोमा के लिए कांवड़ यात्रा भी की गई। सर्वमंगला हसदेव घाट, नरसिंह गंगा और प्राचीन जलाशय से कवर यात्रियों ने जल लेकर सुबह लगभग 4 बजे कांवड़ यात्रा शुरू की और मंदिर पहुंचे। वहां पर उन्होंने भगवान का जलाभिषेक किया और सभी लोगों के लिए कल्याण की कामना की। इस बड़े आयोजन को देखते हुए प्रमुख स्थानों पर सामाजिक संगठनों की ओर से आज सहायता शिविर लगाए गए और इसके माध्यम से श्रद्धालुओं की सेवा की गई। ऐसे शिविर में पानी के साथ चाय नाश्ता और अन्य जरूरत जिसमें स्वास्थ्य शामिल है, विशेष ध्यान दिया गया।
जिला प्रशासन के द्वारा महाशिवरात्रि पर दो दिवसीय पाली महोत्सव का आयोजन खेड़ाझरिया स्टेडियम में आज शाम से किया जा रहा है। बेनीपट्टी मधुबनी बिहार की कलाकार मैथिली ठाकुर के द्वारा इस अवसर पर सिर्फ 45 मिनट का संगीत में भक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा बॉलीवुड कलाकार शान को भी यहां बुलाया गया है। इसी मंच पर लखनऊ की कलाकार पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने अपना कार्यक्रम दिया था। पहले की तरह इस बार भी प्रदेश के कलाकारों को महोत्सव में बहुत ज्यादा भाव नहीं मिला है। इस वजह से वह अपना दुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जता रहे हैं।
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित अमरकंटक के जलेश्वर मंदिर में भी महाशिवरात्रि को भव्य आयोजन हुआ। विभिन्न क्षेत्रों से यहां पर भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से भक्तों का कारवां जलेश्वर महादेव पहुंचा और जलाभिषेक कर आशीर्वाद मांगा। कोरबा जिले के ऐतिहासिक महादेव मंदिर पाली में भी आज भस्म आरती के साथ लोगों ने भगवान शिव का अभिषेक किया।