पंचायत स्तर राजनीतिः जमा पूंजी लगाने के बाद भी हार गए चुनाव, अब परेशानियां

कोरबा 19 फरवरी। विकासखंड कोरबा और करतला में प्रथम चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद नतीजे घोषित हो गए हैं। यहां से सरपंच और जनपद सदस्य का चुनाव लडने वाले कई लोग काफी नुकसान में रहे। उन्हें पराजय का मुंह तब देखना पड़ा है जब उनकी जमा पूंजी भी खर्च हो गई। इस वजह से अब नई चुनौतियां सामने आ गई है।
पंचायत स्तर की राजनीति करने और सरकार की योजनाओं में अपने लिए भविष्य तलाशने की उम्मीद से इन दोनों विकासखंड में सरपंच और अन्य पदों के लिए काफी संख्या में लोग सामने आए। उन्होंने चुनाव जीतने के लिए रणनीति बनाई और काफी समय भी लगाया। अपने पास रखी जमा पूंजी तो खर्च की ही गई, इसके साथ ही कुछ मामलों में लोगों को अपनी अचल संपत्ति का काफी हिस्सा बेचना पड़ गया। उन्हें उम्मीद थी कि हर हाल में पंचायत के लोग साथ देंगे और वह चुनावी वैतरणी को आसानी से पार कर लेंगे। लेकिन जब नतीजे आए तो ऐसा हुआ नहीं। भारी भरकम खर्च करने और लोगों की ओर से विश्वास जताने के बावजूद अनेक पंचायत में परिणाम आशा के प्रतिकूल प्राप्त हुए।
सूत्रों के अनुसार ऐसे क्षेत्रों में किसी प्रकार की निगरानी थी नहीं और सभी को अपने हिसाब से काम करने तथा मतदाताओं को संतुष्ट करने की छूट मिली हुई थी। हर स्तर पर मेहनत करने के बावजूद उल्टे परिणाम मिलने से हारे हुए प्रत्याशियों को समझ नहीं आ रहा है कि अब क्या किया जाए। जानकार सूत्रों ने बताया कि कुछ पंचायत में तो अगली पारी का विचार करते हुए कुछ प्रत्याशियों की ओर से विभिन्न स्तर पर लोन भी ले लिया गया था। लेकिन अब नतीजे की तस्वीर ने उनके होश उड़ा दिए हैं।