बीजेपी ने जीता दिल्ली का दिल, केजरीवाल, सिसोदिया, जैन हारे

नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली का दिल जीत लिया। कुल 70 में से 48 सीट पर उसने जीत हासिल की है। आप को केवल 22 सीट पर संतोष करना पड़ा, जबकि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर 00 पर आऊट हो गई।
चुनाव परिणाम बताते हैं कि बीजेपी की दिल्ली में ऐसी प्रचंड आंधी चली कि आप सुप्रीमो और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व डिप्टी सी एम मनीष सिसोदिया, पूर्व आबकारी मंत्री सत्येंद्र जैन और सौरभ भारद्वाज को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी ने पार्टी की लाज जरूर रख ली। लेकिन वह भी हारते हारते जीत पाई।
साल 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी 70 में से 62 सीट पर जीत दर्ज की थी और बीजेपी केवल 08 सीट पर सिमट गई थी। कांग्रेस पार्टी तब भी 00 पर नतीजा हासिल कर पाई थी।
दिल्ली में पहली बार बीजेपी ने मुस्लिम बहुल इलाके में भी जीत हासिल की है। बीजेपी को करीब 12 से 15 प्रतिशत मुस्लिम वोटमिलने का अनुमान है। अब तक बीजेपी को 02 से 03 फीसदी मुस्लिम वोट ही मिलते थे। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि कांग्रेस से गठजोड़ नहीं करने का खामियाजा आम आदमी पार्टी को उठाना पड़ा है। कांग्रेस खुद तो एक भी सीट नहीं जीत सकी, लेकिन उसने , आप की हार सुनिश्चित कर दी।
भाजपा का मानना है कि यह बडी जीत पी एम नरेंद्र मोदी की गारंटी की जीत है। पूरा देश मोदी की गारंटी पर भरोसा करता है। दिल्ली के लोगों ने भी भरोसा जताया है। भाजपा का यह भी कहना है कि शराब घोटाला और भ्रष्टाचार ने आप और केजरीवाल की नाव डुबाई है। भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले तीनों बड़े नेता चुनाव हार गए हैं, जो इस बात की तस्दीक करता है।