चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से हटने का फैसला लिया पनामा ने, ट्रंप की धमकी का प्रभाव..!

वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की पनामा नहर पर कब्जे में लेने की बार-बार की धमकियों के बाद आखिर पनामा ने बड़ा कदम उठाते हुए चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से हटने का फैसला किया है। पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कहा कि उनका देश चीन की बीआरआई परियोजना के साथ अपने समझौते को समाप्त होने पर इसे नवीनीकृत नहीं करेगा। राष्ट्रपति मुलिनो ने सोमवार को अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ बैठक के बाद यह घोषणा की है।
पनामा के राष्ट्रपति ने यह भी कहा है कि अगले एक से दो वर्षों में समझौते का नवीनीकरण होना है और उनकी सरकार इसे पहले समाप्त करने की संभावना का मूल्यांकन करेगी। इस तरह पनामा चीन के बेल्ट और रोड पहल से हटने वाला पहला लैटिन अमरीकी देश बन गया है। गौरतलब है कि पनामा की पिछली सरकार ने 2017 में चीन की पहल में शामिल होने का फैसला किया था। पनामा पर चीन के बढ़ते प्रभाव को ट्रंप ने बीआरआई से चीन बढ़ाता है अपना प्रभाव
गौरतलब अपनी बीआरआईपरियोजनके तहत दुनिया भर में बुनियादी ढांच और और उनकी फंडिंग करता है और उन देशों में अपना प्रभाव बढ़ाता है। इतना ही नहीं, इससे गरीब देश चीन के भारी कर्ज में डूब जाते हैं। भारत का पड़ोसी श्रीलंका इसका उदाहरण है।
यथास्थिति पूरी तरह अस्वीकार्यः रुबियो
अमरीका के विदेश मंत्रालय ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा, विदेश मंत्री रुबियों ने स्पष्ट किया कि यह यथास्थिति अस्वीकार्य है और तत्काल परिवर्तन न किए जाने की स्थिति में अमरीका को संधि के तहत अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। वहीं, मुलिनो ने रुथियों से बातचीत को ‘सम्मानजनक बताया है।