केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-3 कुसमुंडा-कोरबा में पराक्रम दिवस परीक्षा पर चर्चा 2025 के अंतर्गत मनाया गया
कोरबा 24 जनवरी। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 कुसमुंडा-कोरबा में परीक्षा पर चर्चा के अंतर्गत 23 जनवरी 2025 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म दिवस को पराक्रम दिवस के अंतर्गत मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय की प्रार्थना सभा में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के तैलीय चित्र पर प्राचार्य, उप प्राचार्य एवं वरिष्ठ शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर साक्षी मेहता ने अपने विचार के द्वारा नेताजी के व्यक्तित्व और आजाद हिंद सेना पर अपने विचार प्रस्तुत किया। इस अवसर शिक्षा मंत्रालय के द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई की गई।
इस कार्यक्रम के समन्वयक नोडल अधिकारी केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य योगेश गुप्ता थे और मार्गदर्शन उप प्राचार्य बी. केरकेट्टा ने दिया। इस प्रतियोगिता में कोरबा के सीबीएसई के अंतर्गत आने वाले विद्यालय डीएवी गेवरा एवं कुसमुंडा, पीएम श्री ईएमआरएस छुरीकला कोरबा, आत्मानंद शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमुंडा, सरस्वती शिशु मंदिर कुसमुंडा, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 एनटीपीसी, केंद्रीय विद्यालय पीएम श्री नंबर 4 और केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 3 कुसमुंडा अपनी सहभागिता निभाई। इस अवसर पर लगभग 13 विद्यालयों से 100 प्रतिभागी अपने विचार और ज्ञान को प्रश्नोत्तरी के माध्यम से व्यक्त किया। प्रधानमंत्री के द्वारा इस प्रतियोगिता का आयोजन करने का उद्देश्य यह है कि बच्चों को कैसे परीक्षा के तनाव से मुक्त किया जा सके, यह विद्यार्थियों के द्वारा के ज्ञान, उत्साह और टीम भावना को प्रदर्शित करने का अद्भुत अवसर है, साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस की वीरता और योगदान को सम्मानित करने का माध्यम भी। प्रश्नोत्तरी करने के लिए शिक्षा मंत्रालय द्वारा ‘भारत है हम’ के पांच वीडियो भेजे गए थे। जिसके आधार पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रश्नोत्तरी में पांच विद्यार्थियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जिसमें केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी की छात्रा श्रेया साहू, प्रत्यूष नागेशिया, स्वास्तिक गौतम, भावना साहू और डीएवी कुसमुंडा की छात्रा मितुषा भार्गव विद्यार्थीयों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
प्रश्नोत्तरी में श्रेष्ठ इन पांच विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पुस्तक एग्जाम वारियर, प्रमाण पत्र और शिक्षाप्रद पुस्तक दी गई। विद्यालय के प्राचार्य योगेश गुप्ता ने सभी आमंत्रित विद्यालयों को अपनी भागीदारी देने के लिए विशेष धन्यवाद दिया है। प्राचार्य ने अपने वक्तव्य में बतलाया कि आज के युवा ही कल के नागरिक हैं और उन्हें किसी भी परेशानी का सामना तनाव रहित होकर करना चाहिए ताकि कोई भी कार्य सफलतापूर्वक किया जा सके परीक्षा भी एक व्यक्तित्व को निखारने का मध्यम है। उप प्राचार्य ने अपने योगदान और सहयोग से सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक विकास कुमार, सुश्री पूनम रानी एवं रितु अंतिल ने भी अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।