छत्तीसगढ़ में डीजल पर वेट टैक्स घटाने का निर्णय, पर आम आदमी को नहीं मिलेगा कोई फायदा…!
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय सरकार ने पड़ोसी राज्य से डीजल की आवक रोकने के लिए गुरुवार को बड़ा फैसला लिया. सरकार ने बड़ी मात्रा में डीजल खरीद पर vat की दरों को घटा दिया है, जिससे डीजल की कीमत में 6 रुपये तक की कमी आएगी.
सरकार के इस फैसले से राज्य के राजस्व को कथित रूप से सालाना करीब साढ़े तीन सौ करोड़ का फायदा होने की संभावना है. हालांकि, सरकार के इस फैसले से आम आदमी को कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि सरकार ने इस फैसले के साथ एक शर्त जोड़ दी है कि जो 12000 लीटर डीजल खरीदेंगे, उसी को इसका लाभ मिलेगा. यानी कुल मिलाकर ये फैसला बड़े उद्योगपति व ट्रांसपोर्टरों को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है. दरअसल, अब तक ये लोग राज्य में वैट की दर ज्यादा होने पर पड़ोसी राज्यों से डीजल खरीदा करते थे, जिससे राज्य को भारी राजस्व का नुकसान होता था. एक अनुमान के अनुसार 15 से 20 करोड़ लीटर डीजल दूसरे राज्य से व्यापारी खरीदते थे. रेट कम होने के बाद ये लोग भी राज्य से ही खरीदी करेंगे, जिससे राज्य सरकार को 17 फीसदी वैट की राशि मिलेगी, जिससे राज्य सरकार को 300 से 350 करोड़ का राजस्व का लाभ होगा.
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहले 23 प्रतिशत वेट लगता था जो अब 17 प्रतिशत लगेगा. गुजरात और उत्तरप्रदेश में डीजल पर वेट कम होने के कारण इन राज्यों से डीजल छत्तीसगढ़ में आ रहा था, जो इस निर्णय के बाद बन्द हो जाएगा. इससे राज्य के राजस्व को सालाना करीब साढ़े तीन सौ करोड़ का कथित रूप से फायदा होने की संभावना है.