कारोबारी का शव मिलने पर किया चक्काजाम, हत्या का संदेह जताया मृतक के परिजनों ने

कोरबा 27 दिसम्बर। सिल्ली मोड़ पर एक मोबाइल व्यवसायी का रक्तरंजित शव मिलने से परिजन और आसपास के लोग सकते में आ गए। मृतक पिछली रात अपने घर नहीं पहुंचा था। घर के लोगों ने उसके इंतजार में पूरी रात काटी। आज सुबह जब उन्हें खबर मिली तो उनके होश उड़ गए। इस मामले में कारोबारी की हत्या का संदेह जताने के साथ आक्रोशित लोगों ने मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। पाली पुलिस मौके पर पहुंची है। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और डॉग स्क्वायड को भी यहां बुलवाया गया है।

कोरबा जिले के पाली पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिल्ली मोड़ पर यह घटना हुई। जानकारी के मुताबिक विनय कश्यप 30 वर्ष का शव यहां मिला। निरधी गांव में वह निवास करता था और रतनपुर के हाईस्कूल चौराहे पर एवी मोबाइल शॉप चलाता था। पार्टनर के साथ यह व्यवसाय जारी था। बताया गया कि गुरुवार को दिन भर व्यवसाय करने के बाद रात्रि को उसे नीयत समय पर अपने घर पहुंच जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। परिजनों ने रात्रि 10 बजे तक उसका इंतजार किया। इंतजार के बीच पूरी रात यूं ही बीत गई। पिता चंद्रप्रकाश के द्वारा रात्रि में मोबाइल पर संपर्क किया गया तो वह स्वीच ऑफ मिला। कोई पता नहीं चलने और मोबाइल पर संपर्क नहीं होने से परिजन अनिष्ट की आशंका से घिर गए। यहां-वहां उसके बारे में जानकारी ली गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। आज सुबह लोगों ने सिल्ली मोड़ के पास विनय कश्यप का शव देखा। उसके सिर पर चोट के निशान मिले। पास में ही उसका मोबाइल टूटी-फूटी स्थिति में मिला। उसकी बाइक संख्या सीजी-जेड12-9226 भी इस स्थान पर मिली। सिर पर आई चोटों को लेकर स्पष्ट धारणा नहीं बन सकी है लेकिन परिजनों का आरोप है कि रंजिशवश किसी ने उसकी हत्या की है। विनय कश्यप की हत्या का दावा करने और जांच में देरी का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने रतनपुर-पेण्ड्रा रोड पर चक्काजाम कर दिया। मृतक के परिजनों ने पाली पुलिस में भी इस मामले को लेकर जानकारी दी है। बताया गया कि तथ्यों का पता लगाने के लिए अलग-अलग स्तर पर जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर प्रकरण की जांच को लेकर आगे बढ़ा जाएगा।

वर्ष 2024 के अंतिम दिनों में जहां पुलिस के सामने लंबित मामलों को निपटाने की चुनौती है, वहीं इस बीच नई घटनाओं के कारण समस्याएं बढ़ी हैं। मौजूदा घटनाक्रम को लेकर पुलिस ने अपराध दर्ज किया और जांच शुरू की है। बताया गया कि दिसंबर के महीने में प्राथमिकता इस बात की होती है कि विभिन्न प्रकार के आपराधिक प्रकरणों को निराकृत किया जाए ताकि पेंडेंसी का ग्राफ कम हो। दूसरी ओर पुलिस 31 दिसंबर को होने वाले विभिन्न आयोजनों के शांतिपूर्वक निपटने पर भी रणनीतिक तैयारी में लगी हुई है। उसने अलग-अलग स्तर पर बैठक करने के साथ संबंधितों को निर्देशित किया है कि किसी भी कीमत पर नियम का उल्लंघन नहीं होना चाहिए।

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