कालोनी क्षेत्र में बनाए जा रहे ओवरब्रिज, निर्माण के विरोध में धरना दिया यूनियनों ने
कोरबा 26 नवम्बर। एसईसीएल के ट्रेड यूनियनों ने प्रबंधन से जानना चाहा है कि क्या कोयलांचल में समस्याग्रस्त जीवन को और भी ज्यादा खतरे में डालने की तैयारी की जा रही है। सवाल इस बात को लेकर उठाया गया है कि दीपका में मुख्य मार्ग और कालोनी से होकर ओवरब्रिज का निर्माण करने से जनजीवन और ज्यादा प्रभावित होगा।
संविधान दिवस को इस मामले को लेकर एसईसीएल गेवरा परियोजना के श्रमिक चौक में संयुक्त मोर्चा द्वारा सरकार के चार श्रम कानूनों के विरोध में एक गेट मीटिंग और धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस प्रदर्शन में हजारों श्रमिकों ने हिस्सा लेकर सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। धरना प्रदर्शन में एसडी मानिकपुरी, एससी मंसूरी, अनुज राम, सेफ्टी बोर्ड व वेलफेयर सदस्यगण, एटक से दीपक उपाध्याय और एलपी अगरिया, सीटू से जनाराम कर्ष, संतोष कुमार, एचएमएस के केंद्रीय अध्यक्ष रेशम लाल यादव सहित कई संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी और सैकड़ों विभागीय एवं श्रमिकों से अपील की कि यदि भविष्य में ओवरब्रिज निर्माण के विरोध में प्रदर्शन या चक्का जाम की जरूरत पड़ी, तो सभी एकजुट होकर आंदोलन के लिए तैयार रहें। संयुक्त मोर्चा के इस प्रदर्शन ने न केवल श्रमिकों की एकजुटता को दिखाया, बल्कि सरकार और प्रबंधन के मजदूर विरोधी फैसलों के प्रति सशक्त विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन के दौरान संयुक्त मोर्चा ने दीपका गौरव पथ पर रेलवे फाटक के ऊपर बन रहे ओवरब्रिज के (कार्मिक) को ज्ञापन सौंपा। कहा गया कि इस ओवरब्रिज के निर्माण और उस पर ट्रकों की आवाजाही से कॉलोनी में धूल प्रदूषण का खतरा बढ़ेगा, जो कॉलोनीवासियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि गेवरा प्रबंधन ने कॉलोनीवासियों और श्रमिक संगठनों से सलाह लिए बिना यह फैसला लिया, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है।