कोरबा के मैग्जिनभाठा के पास नहर में बहे बच्चों का दूसरे दिन भी नहीं चल सका पता
सीएसईबी चौकी के पास मानव श्रृंखला बनाकर रोका आवागमन
पुलिस की समझाइश पर लौटे प्रदर्शनकारी मोहल्लेवासी
कोरबा 30 अक्टूबर। नहाते वक्त नहर के तेज बहाव में बहे आठ साल के बालक और 14 साल की बच्ची का दूसरे दिन भी पता नहीं चल सका। नाराज बस्तीवासियों ने नहर का पानी कम नहीं करने पर सीएसईबी पुलिस चौकी का घेराव किया। बाद में आश्वासन पर आंदोलन खत्म हुआ। शाम तक नहर में पानी का स्तर काफी कम हो चुका था।
सोमवार को वार्ड क्रमांक 14 मैग्जिनभाठा निवासी सुषमा मानिकुपरी 40 वर्ष नजदीक में ही स्थित नहर में कपड़ा धोने गई थी। उसके साथ उसके भांजे की पुत्र सिमरन 14 वर्ष व भांजी का पुत्र प्रतीक आठ वर्ष भी थे। इसी दौरान नहर में नहाने उतरा प्रतीक बहने लगा, तब उसकी बहन सिमरन ने उसे बचाने का प्रयास किया, पर वह भी पानी में गिर कर बहने लगी। दोनों को नहर में बहता देख सुषमा ने पानी में छलांग लगी दी और बचाने का प्रयास किया। बाद में आसपास नहा रहे कुछ युवक पानी में कूदे और सुषमा को बाहर निकालने में सफल रहे। लेकिन दोनों बच्चों का कहीं पता नहीं चल सका। इस बीच नहर में पानी कम करने के लिए महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अधिकारियों से कहा, पर मंगलवार सुबह पानी कम नहीं होने से नाराज बस्तीवासी काफी संख्या में सीएसईबी पुलिस चौकी पहुंच गए। नारेबाजी करते हुए घेराव कर दिया और सड़क पर मानव श्रंखला बना कर आवागमन रोक दिया।
बाद में पुलिस द्वारा समझाइश दी गई और आंदोलन खत्म कराया गया। इसके बाद पुनः दोनों बच्चों का खोजने रेस्क्यू टीम नहर में उतरी। बताया जा रहा है कि बरीडीह तक नहर में दोनों बच्चों को खोजा गया, लेकिन पता नहीं चला सका। रात होने की वजह से रेस्क्यू अभियान बंद कर दिया गया। आज बुधवार को पुनः अभियान चलाया जाएगा।