विद्यालय में अव्यवस्थाः मासूम छात्रा को पिकअप ने अपनी चपेट में लेते हुए पैरों को कुचला
कोरबा 26 अक्टूबर। जिले के कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र में एक ऐसा स्कूल संचालित हो रहा है जहां न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही मूत्रालय की। विद्यालय के बच्चे लघु शंका के लिए सडक पर आते हैं। इतना ही नहीं विद्यालय की कक्षाएं एक धर्मशाला में लगती है। विद्यालय में व्याप्त अव्यवस्था की ओर अभिभावकों ने कई बार विद्यालय प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट करवाया लेकिन प्रबंधन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया जिसका खामियाजा यहां की एक मासूम छात्रा को भुगतनी पड़ी है।
लघु शंका के लिए सडक के पास आई इस मासूम छात्रा को तेज रफ्तार पिकअप ने अपनी चपेट में लेते हुए पैरों को बुरी तरह कुचल दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है जहां उपचार जारी है। इस घटना का अहम पहलू यह है कि दुर्घटना के बाद दुर्घटनाकारित वाहन के मालिक ने छात्रा के परिजनों को यह कहा था कि घटना की जानकारी पुलिस अथवा मीडिया को नहीं पहुंचने दें, घायल छात्रा का उपचार उनके द्वारा कराया जाएगा। लेकिन अब वह छात्रा की उपचार की दिशा में आनाकानी कर रहा है। उल्टा छात्रा के परिजनों को धमकी भी दे रहा है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमंाक 13 जुराली में शिशु मंदिर एक धर्मशाला में संचालित हो रहा है जहां पांचवीं तक की कक्षाएं लगती है। इस स्कूल में विद्यालय प्रबंधन द्वारा न तो शौचालय की व्यवस्था की गई है और न ही मूत्रालय बनवाया गया है। फलस्वरूप विद्यालय के बच्चे लघु शंका व दिशा मैदान के लिए सडक के पास आते हैं जिससे बच्चों के दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। इस दिशा में विद्यालय में अध्यनरत बच्चों के अभिभावकों द्वारा कई बार विद्यालय प्रबंधन के साथ-साथ संचालक व शिक्षकों का ध्यान आकृष्ट करवाया गया लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। विद्यालय परिसर में मूत्रालय की व्यवस्था नहीं होने के कारण कक्षा केजी-1 की छात्रा रूचिका पटेल पिता रमेश पटेल लघु शंका करने के लिए सडक के पास गई थी तभी वहां तेज व अनियंत्रित रफ्तार से आ रही पिकअप ने मासूम को चपेट में लेते हुए उसके दोनों पैरों कों कुचल दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे उपचार के लिए तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघोरा में भर्ती कराया गया। दुर्घटना व वाहन मालिक राजेंद्र ने बच्ची का उपचार अपनी ओर से कराने की बात कही थी लेकिन अब वह इसमें आनाकानी कर रहा है। जिससे उपचार का सारा भार परिजनों पर आ गया है। इतना ही नहीं वाहन मालिक अब छात्रा के परिजनों को धमकी भी दे रहा है।