दीपका में हास्य कवि सम्मेलन में कवियों ने बांधा समा
कोरबा 06 अक्टूबर। 5 अक्टूबर को दीपका के हाई स्कूल मैदान में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देशभर के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी शानदार कविताओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। मंच का संचालन रतलाम मध्य प्रदेश से आए कवि धमचक मुल्तानी ने किया। उन्होंने एक से बढकर एक खूबसूरत कविताओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया।कार्यक्रम का प्रारंभ सम्मानीय अतिथियों और कवियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ माता सरस्वती की अर्चना द्वारा हुआ।
सम्मेलन में खरसिया से प्रिया दुबे, अमरावती से मनोज मद्रासी, रायपुर से रमेश विश्वहार, पश्चिम बंगाल से श्यामल मजूमदार, और मुंगेली, छत्तीसगढ़ से ओज के कवि देवेंद्र परिहार ने शिरकत की। सभी ने अपनी-अपनी काव्य प्रस्तुतियों से श्रोताओं का दिल जीत लिया। अमरावती से आए कवि मनोज मद्रासी ने कहा महिला घर को सजाती है, नहीं तो घर को सजा देती है, जिससे श्रोताओं में काफी उत्साह देखा गया। वहीं रायपुर के हास्य कवि रमेश विश्वहार ने अपनी बुलंद आवाज के साथ भगवान राम पर लिखी अपनी कविता से खूब तालियां बटोरी। मुंगेली के कवि देवेंद्र परिहार ने देशभक्ति और नारी सम्मान के इतिहास पर रोंगटे खड़े कर देने वाली ओजस्वी कविताएँ सुनायी। खरसिया से पधारी कवियत्री प्रियंका प्रिया ने माँ सरस्वती हमें तू ऐसा वरदान दे प्रार्थना गीत से प्रारंभ कर श्रृंगार के मधुर गीत और मुक्तक सुनाए। रतलाम के धमचक मुल्तानी की हास्य व्यंग्य कविताओं ने पूरी सभा को हँसने- खिलखिलाने का पूरा माहौल दिया, उनके कुशल संचालन से पूरे कार्यक्रम के दौरान स्रोताओं में हँसी के फव्वारे छूटते रहे। कोरबा जिले की दीपका में रहने वाली लेखिका और कवित्री भुवनेश्वरी जायसवाल ने अपनी कविता के माध्यम से महिलाओं के हक की बात की। उनकी कविताओं ने श्रोताओं को बहुत प्रभावित किया। मंच संचालन कर रहे धमचक मुल्तानी ने भुवनेश्वरी जायसवाल की तारीफ करते हुए उन्हें घर के आंगन की तुलसी कहकर प्रशंसा किया।
कवि सम्मेलन कार्यक्रम के अंत में भाजपा नेता ज्योति नंद दुबे को मंच पर बुलाया गया। श्री दुबे ने छत्तीसगढ़ी अंदाज में अपनी कविता भारत देश सोन चिरैया है सुनाई, जिसमें उन्होंने देश की एकता और सुरक्षा का संदेश दिया। इस कवि सम्मेलन के प्रमुख सूत्रधार नगर पालिका के सीएमओ राजेश कुमार गुप्ता थे जिनके मार्गदर्शन में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सीएमओ श्री गुप्ता ने कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की। इस कवि सम्मेलन में प्रमुख रूप से राज्य खाद्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्योति नंद दुबे, नगर पालिका अध्यक्ष संतोषी दीवान, संगीता दुबे, श्रमिक नेता रेशम लाल यादव, सत्य प्रकाश शर्मा, अनिरुद्ध सिंह,रजनीश तिवारी,अनूप यादव, मुकेश जायसवाल, विशाल अग्रवाल, सुजीत सिंह, आनंद चौकसे, रोहित जायसवाल, संगीता साहू, राजेंद्र साहू, मनोज महतो,सुशील तिवारी, प्रदीप जायसवाल, हेमचंद्र सोनी, भवदीप दुबे, मनोज दुबे, हितेश अग्रवाल, संतोष गुप्ता,अमित सर, मनोज अग्रवाल, आरती महतो, भावना महतो,सावित्री जायसवाल, सौरभ,अद्विका, नगर पालिका के इंजीनियर मधुकर यादव, प्रियदर्शनी सोनी, मोहम्मद अनीस, मुकेश दुबे, अनय जायसवाल, और सचिन तेलंग जैसे गणमान्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में कवि धमचक मुल्तानी ने सभी कवियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में दी गई प्रस्तुतियों ने न केवल श्रोताओं का मनोरंजन किया बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दिया, जो इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। कवि श्यामल मजूमदार ने बड़े रोचक और सहज ढंग से व्यंग्य पढ़ कर श्रोताओं को अभिभूत कर दिया।