त्योहारी सीजन पर चुनौतियों से निपटने खास तैयारी
600 कैमरों और कई चेक प्वाइंट के साथ अराजक तत्वों पर बनी है नजर
थाना व चौकी प्रभारियों को दिया गया दायित्व
कोरबा 05 अक्टूबर। त्योहार और ऐसे दूसरे सीजन जब विभिन्न क्षेत्रों में भीड़भाड़ अपेक्षाकृत ज्यादा हो जाती है, तब अपनी गलत योजनाओं को परवान चढ़ाने के लिए चोर-उच्चक्कों से लेकर जेबकतरे व झपटमार तत्व सक्रिय हो जाते हैं। नवरात्र की शुरुआत से लेकर दीपावली तक कोरबा नगर और उपनगरीय क्षेत्रों में श्रद्धालुओं के अलावा नागरिकों की आवाजाही यूं ही बनी रहेगी। ऐसे में अनहोनी को रोकने के लिए पुलिस ने खास तैयारी की है। योजनाबद्ध तरीके से इस पर काम होना है।
पुलिस ने कोरबा शहर क्षेत्र को सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्राथमिकता क्रम पर लिया है और बड़े हिस्से में हाई फ्रिक्वेंसी वाले कैमरे लगाए हैं। चौक-चौराहों के अलावा विभिन्न रास्तों पर जगहों को चिन्हांकित करने के साथ यहां 600 कैमरों की व्यवस्था की गई है, जो यूनिफाइड कमांड सेंटर से सीधे जुड़े हैं। यहां से सभी क्षेत्रों पर बराबर नजर रखी जा रही है। कहीं भी कोई घटना होने से कंट्रोल रूम इस पर न केवल नजर रखेगा बल्कि संबंधित क्षेत्र की पुलिस को सूचित भी करेगा ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। पुलिस ने जिले में इस सिस्टम को प्रभावी तरीके से लॉंच कररने में सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया है। बताया गया कि इलेक्ट्रानिक डिवाइस से पहले भी आपराधिक रोकथाम को लेकर अच्छे इनपुट मिले हैं और इस आधार पर अराजक तत्वों की धरपकड़ करने व उन पर नकेल कसने में सहायता मिली है। त्योहारी सीजन के मद्देनजर पुलिस ने क्षेत्र के उन धार्मिक स्थलों पर भी फोकस किया है जहां 9 दिन तक बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की पहुंच होना है। पुराने अनुभव को देखते हुए मंदिर प्रबंधन समितियों को भी अपने स्तर पर सुरक्षा प्रबंध करने को कहा गया है जिस पर काम हुआ है। पुलिस ने इन क्षेत्रों में यूनिफार्म के अलावा सिविल ड्रेस में भी अपने अमले को तैनात कर रखा है ताकि संदिग्ध तत्वों को तुरंत दबोचा जा सके जो ऐसे मौसम में अवसर की तलाश करते हैं।
नवरात्र पर्व बेहतर तरीके से संपन्न हो, इसके लिए सुरक्षा संबंधी दायित्व सभी थाना और चौकी प्रभारियों को दिया गया है। जिले में सैकड़ों स्थान पर दुर्गा प्रतिमाएं विराजित की गई हैं जहां पूजा अर्चना के साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इनमें रात्रिकालीन आयोजन भी शामिल हैं। षष्ठी तिथि से मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी तय है इसलिए पुलिस की जिम्मेदारी भी बढ़ जाएगी। उन्हें अपनी पूरी क्षमता से सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर काम करने के निर्देश एसपी ने दिए हैं।