कोरबा में जी एस टी अधिकारियों से परेशान हैं आम लोग
कोरबा 28 सितम्बर। केंद्रीय जी एस टी की भय पैदा करने वाली कार्रवाई से कोरबा के व्यापारी भी आक्रोशित हैं। यहां पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ भी बिलासपुर और रायपुर में पदस्थ रहे सुपरिटेंडेंट पर की गई कड़ी कार्रवाई की तरह का कदम उठाए जाने की अपेक्षा की जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरबा में सैकड़ों व्यापारियों को 5-7 साल पुराने कार्यों को लेकर मोटी रकम का नोटिस दिया गया है। बताया जा रहा है कि बाद में ऐसे व्यापारियों से बारगेनिंग कर मामला निपटा दिया जाता है।
एक व्यापारी ने बताया कि उसने शुरू के दो वर्ष जी एस टी रिटर्न नहीं भरा था। बाद में उसने दोनों वर्षों का रिटर्न भरा और सम्पूर्ण टैक्स का पेनाल्टी के साथ भुगतान कर दिया था। उसकी ओर कोई देनदारी नहीं रह गई थी। लेकिन उसे पुरानी अवधि के व्यवसाय के सम्बंध में फिर नोटिस जारी कर दी गई है और टैक्स भुगतान के लिए दबाव डाला जा रहा है।
एक अन्य व्यापारी ने कहा कि सेल टैक्स और इनकम टैक्स से इंस्पेक्टर राज खत्म होने से व्यापारियों ने राहत की सं ली थी। लेकिन अब वे एक बार फिर परेशान होने लगे हैं। व्यापारियों के दुकानों संस्थानों में जी एस टी अधिकारी कभी भी आ धमकते हैं। उन्हें जी एस टी चोरिकरने का आरोप लगाकर धमकाते हैं। साथ ही लाखों रुपयों के भुगतान के लिए नोटिस जारी कर देते हैं, जिससे आम व्यापारी आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि कोरबा में पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष जांच और कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
यहां उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के दो व्यापारियों को केंद्रीय जीएसटी में गड़बड़ियों के नाम पर धमकाकर सात लाख वसूलने वाले केंद्रीय जीएसटी के दो अफसरों को निलंबित कर दिया गया है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पहल करते हुए दोनों अफसरों की शिकायत दिल्ली केंद्रीय जीएसटी बोर्ड में की थी। वित्त मंत्री की शिकायत को संज्ञान में लेकर ये कार्रवाई हुई है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में केंद्रीय जीएसटी में अधीक्षक के पद पर आशीष पाठक और पल्लव परगनिहा पदस्थ थे। दोनों छत्तीसगढ़ में लंबे समय से पदस्थ थे और दोनों की कार्यशैली की शिकायतें लंबे समय से मिलती रही है। केंद्र के अफसर होने के चलते स्थानीय स्तर पर उनके खिलाफ मिली शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी, जिसके चलते दोनों के हौसले बुलंद थे। दोनों ने छत्तीसगढ़ के दो व्यापारियों को टैक्स चोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई का भय दिखा कर 7 लाख रुपए वसूल लिए। इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को मिली थी। इसके बाद वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दिल्ली में केंद्रीय जीएसटी बोर्ड के अफसरों से इसकी शिकायत की। राज्य के वित्त मंत्री द्वारा जीएसटी के अफसरों की शिकायत को दिल्ली में गंभीरता से लिया गया, जिसके बाद शिकायत की जांच करवाई गई। जांच में मामले की पुष्टि होने पर केंद्रीय जीएसटी के छत्तीसगढ़ में पदस्थ सुपरिटेंडेंट पल्लव परगनिहा और आशीष पाठक को निलंबित कर दिया है।