नई दिल्ली 2 अक्टूबर। हाथरस की घटना को लेकर लोगों मे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के अन्यायपूर्ण रवैये को लेकर काफी नाराजगी देखी गई है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने से रोक दिया गया। दिल्ली हाइकोर्ट के वकील एव कांग्रेस लीगल व मानवाधिकार सेल नई दिल्ली के सचिव सौरभ सिन्हा ने इसे सीधे सीधे लोकतंत्र पर हमला और मानव अधिकारों का हनन बताकर अपना आक्रोश जताया है। उनसे बातचीत के दौरान उन्होंने घटना को विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस में पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे थे। पैदल पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान राहुल के साथ पुलिस की धक्कामुक्की भी हुई। वही एक पुलिसकर्मी ने राहुल के गिरेबान को भी पकड़ा। इसके विरोध में वहां कांग्रेस कार्य कर्ताओं ने जमकर हंगामा प्रदर्शन किया। आपको बता दे कि दिल्ली से कुछ दूरी पर जब दोनों नेताओं का काफिला ग्रेटर नोएडा के करीब पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद राहुल और प्रियंका पैदल ही हजारों कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस के लिए रवाना हो गए। यूपी के हाथरस में पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राहुल गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी से पहले राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा पुलिस के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। इस दौरान राहुल गांधी जमीन पर भी गिर पड़े। गिरफ्तारी से पहले राहुल गांधी ने पुलिस से कहा, “मैं अकेले ही हाथरस जाना चाहता हूं, इसलिए मुझे बताएं कि आप मुझे किस धारा के तहत गिरफ्तार कर रहे हो।”इस पर पुलिस ने कहा, “हम आपको यहां से आगे नहीं जाने देंगे। हम आपको अरेस्ट करते हैं। आपको धारा 188 के अंतर्गत गिरफ्तार किया जाता है।” इससे पहले नोएडा ADCP रणविजय सिंह ने बताया कि यहां महामारी अधिनियम का उल्लंघन हो रहा है। माननीय हाईकोर्ट की अवमानना हो रही है। अभी हम इनको यहां से आगे नहीं जाने देंगे।

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