ड्राईवरों, हेल्परों पर रहेगी नजर, आबादी वाले इलाकों में घूमने-फिरने पर होगी कार्यवाही
कोरबा,। गेवरा, कुसमुंडा, दीपका जैसी कोयला नगरियों में कोरोना वायरस के फैलाव को कोल परिवहन में लगे डम्फरों, ट्रकों और अन्य वाहनों पर जिला प्रशासन की विशेष निगाह रहेगी। इन वाहनों के ड्राईवरों, कंडेक्टरों, हेल्परों से रिहायसी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना पर जिला प्रशासन द्वारा विशेष सावधानी बरती जा रही है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम के लिए कोयला ट्रकों के परिवहन पर निगरानी रखने के लिए 11 सदस्यीय विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो कोल क्षेत्र में चलने वाली समस्त कोयला ट्रकों के परिवहन पर आवश्यक पर्यवेक्षण करेंगे। टास्क फोर्स द्वारा सभी कोयला गाड़ियों के निर्धारित रूट पर ही चलना सुनिश्चित किया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि एसईसीएल दीपका, गेवरा, कुसमुंडा, कोरबा माईनिंग क्षेत्र के पास सघन आबादी वाली बस्तियां हैं। इन क्षेत्रों में कोयला परिवहन वाली गाड़ियों के साथ ड्राईवर, हेल्पर जैसे बाहरी लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन प्रतिदिन होता रहता है। दीपका सहित सभी कोल क्षेत्र के आसपास की बस्तियां कोरोना संक्रमण हेतु संवेदनशील जोन हो सकती है तथा इन गाड़ियों के परिवहन से कोरोना संक्रमण का फैलाव भी हो सकता है। इसलिए किसी भी स्थिति में कोयला परिवहन में लगी गाड़ियां बस्ती एवं बस्ती के आसपास क्षेत्र में खड़ी न हो और गाड़ियों के चालक-परिचालक आबादी क्षेत्र में अनावश्यक रूक कर रात्रि विश्राम तथा भ्रमण न करें। कलेक्टर ने बताया कि यह विशेष टास्क फोर्स कोल क्षेत्र में गाड़ियों के रूकने का स्थान, आटो पार्ट्स दुकान हेतु स्थान एवं रिपेयर स्थल चिन्हांकित करेंगे। टीम द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि गाड़ियां, चालक-परिचालक व अन्य संदिग्ध लोग माईनिंग एरिया के बाहर न निकलें। ड्राईवरों-हेल्परों के ठहरने आदि की जगह का चिन्हाकन कर पर्याप्त बेरिकेटिंग लगाकर निगरानी की जायेगी। टास्क फोर्स द्वारा चालक-परिचालक, हेल्पर, क्लीनर के रूकने व भोजन की व्यवस्था कोल एरिया के भीतर ही संस्थान द्वारा करवाया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि टीम के सदस्य इन कोल क्षेत्रों में प्रतिदिन पेट्रोलिंग करके हरेक स्थिति पर नजर रखेंगे। टास्क फोर्स का मुख्यालय एसईसीएल दीपका में रहेगा।