पशुओं के भूखे रहने का दर्द नहीं देखा गया
कोरबा।कोरोना वायरस में लॉकडाउन के चलते प्रशासन व अनेक समाजसेवी संगठन भूखों की भूख मिटाने के लिए भोजन के पैकेट्स का तो वितरण कर रहे हैं, लेकिन गली-मोहल्ले में घूम रहे कुत्तों व गायों की कोई सुध नहीं ले रहा है। मूक भूखे पशुओं का दर्द युवा नेता बद्री अग्रवाल से देखा नहीं गया और उन्होंने ठान लिया कि उनके मोहल्ले, घर के आसपास किसी भी जानवर को भूखे नहीं रहने दिया जाएगा। युवा ने तो बाकायदा अपने घर से आंगन के बाहर में पशुओं के लिए हरी सब्जी खीर और पीने के बाल्टी रखवा दिया है, ताकि इधर-उधर घूम रहे पशु अपना पेट भर सकें।
प्रति दिन 8 से 10 जानवरों के लिए करते हैं ब्यवस्था
रवि शंकर नगर निवासी युवा नेता बद्री अग्रवाल सहित क्षेत्र के कुछ लोगों ने मिलकर अपने मोहल्ले की गलियों में घूम-घूमकर मूक पशुओं को रोटी,हरी सब्जी व पल खिलाने का बीड़ा उठाया है। वे प्रतिदिन रोटियां भी पशुओं के लिए अलग से बनवाते हैं। इसके अलावा पानी के लिए बाल्टी भी रख दिया है। वे मोहल्ले के लोगों को प्रेरित करते हैं कि अपने घर का बचा खाना लाकर डाल दें, ताकि वह जानवरों के काम आए।
युवा भाजपा नेता बद्री अग्रवाल ने कहा कि गाय को हम माता मानते है, पुराणों में धर्म को भी गौ रूप में दर्शाया गया है, भगवान श्रीकृष्ण गाय की सेवा अपने हाथों से करते थे और इनका निवास भी गोलोक बताया गया है। इतना ही नहीं गाय को कामधेनु के रूप में सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला भी बताया गया है।