अय्यप्पा सेवा समिति द्वारा 60 दिवसीय मंडलकाल पूजा महोत्सव का शुभारंभ
कोरबा 19 नवम्बर। कोरबा अंचल के सुभाष ब्लाक एसईसीएल क्षेत्र में स्थित श्री अय्यप्पा (शनिश्वर) मंदिर में श्री अय्यप्पा सेवा समिति द्वारा 60 दिवसीय मंडलकाल पूजा महोत्सव का शुभारंभ हुआ। पूजा अल सुबह प्रभात फेरी के साथ हुई और दोपहर तक निर्माल्य दर्शन, गणपति हवन, उषा पूजा, भागवत पारायण, मध्यान्ह पूजा, नागपूजा समेत विविध अनुष्ठान मंदिर के पुजारी ने संपन्न कराए। इसमें मलयाली समाज के लोगों ने सपरिवार शामिल होकर पुण्य लाभ लिया। इस पूजा में अन्य समाज के लोगों ने भी भाग लिया।
मंडलकाल पूजा के लिए श्री अय्प्पा मंदिर को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है। मंदिर के पुजारी मोहनन नंबूदिरी ने पूजा-विधि संपन्न कराए। पूजा का विशेष आकर्षण शाम को होने वाली दीप आराधना (आरती), आतिशबाजी, भजन कीर्तन व पवित्र 18 सीढ़ी पूजा रही। पूजा के बीच समाज की महिलाओं ने मंदिर में भजन कीर्तन कर श्री अय्यप्पा स्वामी को याद किया। मंदिर के चारो तरफ दीप जलाए गए। शामिल आतिशबाजी के साथ पूजा मंडल पूजा का उत्साह समाज के लोगों ने मनाया। शाम 7.30 बजे शुरु हुई सीढ़ी पूजा देर रात तक चली। मंदिर के प्रमुख द्वार बनी पवित्र 18 सीढ़ी को मंडल पूजा विधान के दौरान विशेष रूप से सजाया गया था। सीढ़ों पर फूल बिखेरने के साथ ही ज्योत जलाए गए थे। मान्यता है कि इन सीढियों से होकर भगवान अय्यप्पा स्वामी का दर्शन करना सौभाग्य की बात होती है। यह सौभाग्य हर किसी को प्राप्त नहीं होता है। 60 दिवसीय पूजा के 41वें दिन यह लाभ मिलता है। श्री अय्यप्पा सेवा समिति के महासचिव सुब्रमणियम के अध्यक्ष के. राजेश ने बताया कि श्री अय्यप्पा स्वामी को चंदन का पेस्ट जिसमें, केशर, कपूर व गुलाब जल होता है प्रसाद के रूप में उपस्थित श्रद्धालुओं को दिया जाता है। मंडलकाल के दौरान संपूर्ण पूजा, भंडारा एवं पवित्र अठारह सीढ़ी पूजा का आयोजन जादूगर रमेश के सौजन्य से हुआ। समिति के पदाधिकारियों ने आगामी पूजा में मलयाली समाज के लोगों के साथ ही अन्य समाज के लोगों से शामिल होने का आह्वान किया है। पूजा मंडल पूजा का विधान 60 दिवसीय है, जिसका शुभारंभ शुक्रवार को विविध अनुष्ठान के साथ हुआ। मंडल विधान की दूसरी पूजा 12वें दिन श्री अय्यप्पा शनिश्वर मंदिर में 28 नवंबर को होगी। इस दिन भी पूजा की सभी रस्में निभाई जाएंगी, जो शुक्रवार को हुईं। इसी तरह 41वें दिन मंडल पूजा का तीसरा चरण होगा। इस पूजा में भी सर्व समाज के लोगों से शामिल होने का आह्वान किया है।