नियमितीकरण की मांग: आऊटसोर्सिंग के बिजली कर्मी गए हड़ताल पर, तीनों कंपनी में काम प्रभावित
कोरबा 26 अगस्त। विद्युत कंपनी के उत्पादन, वितरण व ट्रांसमिशन में आउटसोर्सिंग से कार्यरत मजदूर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इससे तीनों कंपनी में कामकाज प्रभावित हो गया। मजदूरों का कहना है कि सरकार वादा करने के बाद भी उन्हें नियमित नहीं कर रही है। एचटीपीपी में मजदूरों को रोकने के दौरान हंगामा भी हुआ, इससे तनाव की स्थिति निर्मित हो गई।
आउटसोर्सिंग से कार्यरत इन मजदूरों द्वारा लंबे समय से नियमितीकरण की मांग की जा रही है। उनका कहना है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव के वक्त सभी विभागों में कार्यरत कर्मियों को नियमित करने का आश्वासन दिया था, पर पौने पांच साल बीत रहे हैं और अभी तक सरकार ने वादा पूरा नहीं किया। नियमितीकरण के इंतजार में कार्य कर रहे है। इसी तरह मुख्यमंत्री ने शासकीय विभागों में कार्य करने वाले अकुशल, अद्र्धकुशल, कुशल उच्च कुशल दर के कर्मचारियों को चार हजार रूपये मासिक की श्रम सम्मान राशि दिए जाने की घोषणा की गई थी, पर अभी तक आदेश जारी नहीं किया गया। प्रदेश में 30 हजार से भी अधिक अकुशल, अद्र्धकुशल व उच्च कुशल दर से कार्य करने वाले कर्मचारी. श्रमिक में नाराजगी बनी हुई है। विद्युत कंपनी भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। इसलिए श्रम सम्मान राशि देने का आदेश जारी किया जाना चाहिए। मजदूरों ने कहा कि समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। वेतन की मांग करने पर ठेकेदार द्वारा काम से निकालने की धमकी दी जाती है। इसके अलावा सुरक्षा व दुर्घटना बीमा की भी मांग रखी है। आंदोलन के पहले दिन तीनों संयंत्र समेत वितरण व पारेषण कंपनी के लगभग पांच हजार कर्मी कार्य पर उपस्थित नहीं हुए। इससे कामकाज पर असर पड़ा।
शुक्रवार को हसदेव ताप विद्युत संयंत्र कोरबा पश्चिम एचटीपीपीद्ध की तीनों चिमनी से तेज सफेद धुआं निकलने लगा। आंदोलनकारियों का कहना है कि हड़ताल के वजह से संयंत्र में कर्मचारियों की कमी हो गई और नियमित कर्मी ही संयंत्र का संचालन कर रहे है। नियमित कर्मियों की संख्या कम होने की वजह से कई काम प्रभावित हो रहे हैं। साइलो में आंदोलन का जबरदस्त असर पड़ा है। प्रबंधन ने संयंत्र में लगे ईएसपी को बाइपास कर चिमनी से राख मिश्रित धुआं छोड़ा जा रहा है। इसी तरह वितरण विभाग में सभी सबस्टेशन व कार्यालय में कार्यरत मजदूर भी काम पर उपस्थित नहीं हुए। इससे सबस्टेशन संचालन में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
एचटीपीपी संयंत्र गेट के समक्ष शुक्रवार की विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। आंदोलनकारियों ने बताया कि गुरूवार की नाइट शिफ्ट में गए ठेका कर्मियों से यह कहते हुए जबरदस्ती फार्म भराया कि सुबह रिलिवर आएंगे, तभी उन्हें छुट्टी दी जाएगी। शुक्रवार की सुबह हड़ताल होने से कोई भी ठेका कर्मी पर नहीं आए और नाइट शिफ्ट के कर्मी बाहर निकलने लगे। गेट में सुरक्षा कर्मियों द्वारा जब कर्मियों को रोका गया, तब जम कर हंगामा हुआ और तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। हालांकि बाद में समझाइश दिए जाने पर मामला शांत हुआ।