कोल इंडिया चेयरमैन के कोरबा प्रवास पर भू-विस्थापितों ने समस्याओं से कराया अवगत
कोरबा 06 अगस्त। भू-विस्थापितों की लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं किए जाने पर किसान सभा ने कुसमुंडा व गेवरा खदान व कार्यालय बंद करने का चेतावनी दी है। साथ ही कोल इंडिया चेयरमैन के प्रवास के दौरान चर्चा कर अपनी समस्या को अवगत कराते कहा कि जानबूझ कर अधिकारी टालमटोल की नीति अख्तियार कर रहे हैं।
कोल इंडिया के नए चेयरमैन पीएम प्रसाद के मेगा प्रोजेक्ट गेवरा, कुसमुंडा व दीपका क्षेत्र प्रवास पर रहे। इसकी जानकारी होने पर किसान सभा की अगुवाई में गेवरा हाउस के सामने काफी संख्या में भू विस्थापित इकठ्ठा होकर विरोध करने की तैयारी करने लगे। इसे देखते हुए सीआइएसएफ के जवानों ने गेस्ट हाउस के मुख्य द्वार को बंद कर दिया। घेराव की जानकारी होते ही चेयरमैन प्रसाद और सीएमडी प्रेमसागर मिश्रा ने किसान सभा के प्रतिनिधिमंडल को गेवरा हाउस में चर्चा के लिए बुलाया।
इस दौरान किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा, दीपक साहू, रेशम यादव, दामोदर श्याम, रघु यादव, जय कौशिक ने चेयरमैन से मुलाकात कर भू विस्थापितों के रोजगार, बसावट, जमीन वापसी समेत मूलभूत समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा। इस पर चेयरमैन ने गंभीरता से भू विस्थापितों की समस्याओं को सुन कर निराकरण करने का आश्वासन दिया। किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि एसईसीएल पुराने लंबित रोजगार के प्रकरणों के निराकरण के प्रति गंभीरता से पहल नहीं कर रहा है। एसईसीएल ने वर्ष 1978 से 2004 के बीच किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया तब से किसान अपनी आजीविका के साधन जमीन अधिग्रहण के बाद आज तक रोजगार के लिए भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार, बसावट जमीन वापसी समेत अन्य मांगों का निराकरण नहीं होने पर 11 अगस्त को कुसमुंडा और 17 अगस्त को गेवरा में खदान बंद और कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। किसान सभा के नेता दीपक साहू और भू-विस्थापित संघ के नेता दामोदर श्याम और रेशम यादव ने भी भू.विस्थापितों की समस्या से चेयरमैन प्रसाद का अवगत कराया। इस दौरान प्रमुख रूप से सुमेंद्र सिंह ठकराल, होरी, शिवदयाल कंवर,बसंत चौहान के साथ बड़ी संख्या में भू-विस्थापित उपस्थित थे।