शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिवों की भूख हड़ताल शुरू
कोरबा 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर जिले के पंचायत सचिव विगत 26 मार्च से हड़ताल पर हैं। शासकीयकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन के 40 वें दिन आंदोलन तेज करते हुए सोमवार से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। आईटीआई तानसेन चौक पर पहले दिन पांच पंचायत सचिव क्रमिक भूख हड़ताल पर रहे। 28 अप्रैल तक 5-5 पंचायत सचिव भूख हड़ताल कर करेंगे।
पंचायत सचिवों के काम पर नहीं लौटने पर उनका प्रभार इंजीनियर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और करारोपण अधिकारियों को दिया गया है। जिसके खिलाफ इंजीनियर और अधिकारियों के संगठन ने एतराज जताया है। पंचायत सचिवों ने इसके पहले सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन किया था। इसके बाद पांचों ब्लॉक से बाइक रैली भी निकाली थीए लेकिन अभी तक सरकार की ओर से चर्चा के लिए नहीं बुलाया गया है। पंचायत सचिवों का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणापत्र में पंचायत सचिवों को शासकीय करण करने का वादा किया था। पंचायत सचिवों का प्रभार भले ही दूसरे विभागों के कर्मचारियों को दिया गया है इसके बाद भी कामकाज पर असर पड़ रहा है। राशन कार्ड अभी भी नहीं बन रहे हैं।सचिव संघ ने क्रमिक भूख हड़ताल की सूचना प्रशासन को भी दे दी थी। संघ के जिला अध्यक्ष धरम लाल भारद्वाज ने कहा कि अब सभी ब्लॉक मुख्यालयों में क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी। मुख्यालय में पहले दिन तानसेन चौक धरना स्थल पर मनशोधन यादव, संतलाल, शिवरतन सिंह, मन बहाल, संजय चंद्रा भूख हड़ताल पर रहे।
ग्राम पंचायत सचिवों के अनिश्चितकालीन हड़ताल अंतर्गत 24 अप्रैल से 28 अप्रैल तक रोजाना पांच पांच पंचायत सचिव क्रमिक भूख हड़ताल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। 28 अप्रैल तक किए जाने वाले आंदोलन में मंगलवार को नागेन्द्र, सूरज बरेठ, सावित्री, गनपत टोप्पो, दुबराज सिंह, बुधवार को गनपत कंवर, चंद्रमोहन, दिनेश कुमार, दिलेश्वर, कृष्ण कुमार, गुरूवार को रामायण सिंह, विजय एक्का, कविता, उमा कंवर, रामेश्वर व अंतिम दिवस राजकुमार, भतर श्रीवास, श्रीधर, पवन कुमार और राजेश बैरागी भूख हड़ताल करेंगे।