वन विभाग की दबिश : कोयला से भरा पिकअप जप्त


कोरबा 15 जनवरी। साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स की खदानों में आउटर से प्रवेश कर कोयला चोरी का काम काफी समय से चल रहा है। बीच में अंकुश लगने की खबरों के बीच दूसरे इलाकों पर चोरों की नजर बनी हुई है। खदानों के बाद अब जंगलों में भी काले हीरे का अवैध उत्खनन होने लगा है।

कटघोरा वनमंडल के केंदई रेंज में रात के अंधेरे में तस्कर जंगल के भीतर कोयले की खुदाई कर रहे थे। वन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तब तस्कर कोयले से भरी पिकअप वाहन को छोड़ मौके से फरार हो गए। पिकअप वाहन को जप्त कर वन विभाग आगे की कार्रवाई कर रही है। अपने तरह का यह अलग मामला है, जिसमें पहली बार वन्य क्षेत्र को टारगेट करते हुए चोरों ने यहां से कोयला पार करने का प्रयास किया। इसी के साथ यह बात सार्वजनिक हो गई है कि जंगलों में वन संपदा के अलावा खनिज भी मौजूद है। कहा जा रहा है कि मोरगा में जिस इलाके को चोरों ने निशाना बनाया, इस बारे में न तो पहले कोई सर्वेक्षण हुआ और न ही इस प्रकार की खबरें सामने आई। इससे पहले चोरों ने अपनी तकनीक से यहां गतिविधियां शुरू की। पता चला कि कटघोरा सबडिविजन और वनमंडल के केंदई वन परिक्षेत्र के मोरगा में कोयला की उपलब्धता के दावे काफी समय से किये जा रहे हैं। कोरबा जिले में कोयला की बड़ी पट्टी की मौजूदगी में यह क्षेत्र भी शामिल है। कुछ लोगों से वन विभाग को जानकारी मिली कि मोरगा क्षेत्र में जंगल से कोयला खनन के साथ पार करने की तैयारी की जा रही है।

कटघोरा डीएफओ प्रेमलता यादव ने एक विशेष टीम तैयार कर जंगल में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बीती रात केंदई रेंज के लालपुर कक्ष क्रमांक एओ 712 में दबिश दी गई। रात लगभग 12 बजे वन विभाग की टीम अंधेरे में पहुंची तो टॉर्च की रोशनी देख कोयला तस्कर पिकअप छोड़ भागे। इस दौरान मौके का फायदा उठाकर चोर फरार हो गए। वन विभाग ने पिकअप और उसमें लोड कोयला जब्त किया है। गाड़ी नंबर और अन्य जानकारी के आधार पर चोरों तक पहुंचने की कोशिश करने की बात कही जा रही है। एसईसीएल की खदानों में भी घटनाएं जिले में एसईसीएल की ओपनकास्ट और अंडरग्राउंड खदानों के अलावा संबंधित संस्थानों में आपराधिक तत्वों के द्वारा हमला करने के साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।

इन घटनाओं में खासतौर पर साधारण कर्मचारी और सुरक्षा में लगा वर्ग चोटिल हो रहा है। एक पखवाड़े पहले बल्गी माइंस में चोरों की हरकतों से एक कर्मचारी की आंख की रोशनी चली गई जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल होने के बाद अपोलो में उपचार लाभ प्राप्त कर रहे हैं। खदानों में सुरक्षा घेरा बढ़ाने के कारण चोरों पर दबाव बढ़ा है और इसलिए अब वे दूसरे इलाकों में अपनी गतिविधियों को विस्तार देने में लगे हुए हैं।

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