राखड़ परिवहन और डंपिंग में लापरवाही पर होगी सख्त कार्यवाही: कलेक्टर श्री झा
राखड़ परिवहन वाले सड़कों के देखभाल की जिम्मेदारी ऊर्जा संयंत्र संस्थानों की
तिरपाल ढांककर राखड़ परिवहन करने और धूल उडऩे पर पानी का छिड़काव करने के भी निर्देश
कोरबा 29 नवम्बर। जिले के ऊर्जा संयंत्रों से निकलने वाले राखड़ के परिवहन और डंपिंग में लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। संयंत्रों से निकलने वाले राखड़ के सुरक्षित निष्पादन और राखड़ परिवहन वाले सड़कों की देखभाल करने की जिम्मेदारी ऊर्जा संयंत्र प्रबंधनों की होगी। कलेक्टर श्री संजीव झा ने इस संबंध में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित फ्लाई ऐश उपयोगिता समिति की समीक्षा बैठक में सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर श्री झा ने तिरपाल ढांक कर ही राखड़ परिवहन करने तथा धूल उडऩे पर पानी का छिड़काव लगातार करते रहने के भी निर्देश दिए। उन्होंने राखड़ परिवहन के लिए अनुमति प्राप्त वाहनों पर अनुमति आदेश और इनवॉइस की कॉपी भी गाड़ी में रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नियम विरुद्ध और गैर जिम्मेदाराना तरीके से राखड़ परिवहन करने पर कार्यवाही करने के निर्देश परिवहन और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को दिए। बैठक में जिले में स्थापित ऊर्जा संयंत्र बाल्को, एनटीपीसी, सीएसईबी, लैंको प्रबंधनों के अधिकारीगण शामिल हुए। साथ ही जिला प्रशासन से अपर कलेक्टर श्री विजेंद्र पाटले, डीएफओ कोरबा श्री पी अरविंद, डीएफओ कटघोरा श्रीमती प्रेमलता यादव, सभी एसडीएम और पर्यावरण अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री झा ने बैठक में ऊर्जा संयंत्र से उत्पादित राखड़ और उसके निष्पादन के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। पावर प्लांट प्रबंधनों के अधिकारियों ने बताया कि संयंत्र में उत्सर्जित राखड़ का निष्पादन सीमेंट उद्योग में, फ्लाई ऐश ब्रिक निर्माण में तथा अनुमति प्राप्त भूमि में डंपिंग करके किया किया जाता है। कलेक्टर श्री झा ने कहा कि नागरिकों को बिना परेशानी हुए फ्लाईऐश का निष्पादन किया जाए। फ्लाई ऐश का डंपिंग अनुमति प्राप्त जमीन में ही किया जाए। साथ ही राखड़ को जिला तथा संभाग के आसपास जिलों के ब्रिक निर्माता कंपनियों को देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि राखड़ का सुरक्षित निष्पादन की जाए जिससे नागरिकों को राखड़ से स्वास्थ्यगत परेशानी नहीं हो। साथ ही किसानों के खेतों में भी राखड़ डंपिंग नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने ऊर्जा संयंत्र प्रबंधन के अधिकारियों को राखड़ के वेस्ट लैंड एरिया में मेलिया दुबिया प्लांटेशन करने के निर्देश पूर्व में दिए थे। इस पर प्रगति नहीं आने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से मेलिया दुबिया के प्लांटेशन में तेजी लाने के निर्देश देते हुए इस पर गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश सभी संस्थानों को दिए।