धान खरीदी महाभियान: कोरकोमा, लैंगा व कुल्हरिया उपार्जन केंद्र में भी धान खरीदी का हुआ शुभारंभ
किसानों ने धान खरीदी केंद्रों में की गई व्यवस्थाओं पर जताया संतोष
जिले में अब तक 35 हजार 696 क्विंटल से अधिक धान की हुई खरीदी
कोरबा 21 नवम्बर। जिले में 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी महाअभियान के तहत जिले के किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी जारी है। जिले में अब तक 35 हजार 696 क्विंटल 40 किलो धान की खरीदी हो चुकी है। इसमें 35 हजार 418 क्विंटल 80 किलो मोटा और 277 क्विंटल 70 किलो सरना धान शामिल है। धान खरीदी के साथ खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी शुरू हो चुका है। जिसमे अब तेजी आ गई है। खरीदी केंद्रों से 15 हजार 920 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है। जिले के किसान अब तक 7 करोड़ 28 लाख 20 हजार 656 रुपए का धान समितियों में बेच चुके है।
जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी ने बताया की जिले के खरीदी केंद्रों में धान खरीदी लगातार जारी है। वहीं धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए पहुंचने वाले किसानों की संख्या भी बढऩे लगी है। इसी कड़ी में आज धान खरीदी केंद्र कोरकोमा में धान खरीदी का विधिवत रूप से शुभारंभ हुआ। जिसमें किसान श्री भुग्देव चौधरी,श्री वीर सिंह चौधरी और श्री गेंदा लाल चौधरी ने धान का विक्रय किया। इसी तरह धान उपार्जन केन्द्र लैंगा में धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। इस दौरान धान बेचने पहुंचे किसानों का फूल माला पहनाकर सम्मान किया गया। लैंगा उपार्जन केंद्र में किसान श्री छक्केलाल ने 98 क्विंटल, किसान श्री रामभजन ने 20 क्विंटल, किसान श्री लोकनाथ ने 14 क्विंटल 40 किलो धान का विक्रय किया। इसी तरह किसान श्री बुुुुद्धू सिह 14 क्विंटल 40 किलो, किसान श्री मेघनाथ और अशोक कुमार ने 7 क्विंटल 20 क्विंटल धान बेचा। समिति में धान बेचने के लिए पहुंचे किसान राम भजन ने समिति में व्यवस्थाओं को लेकर संतोष जताया और कहा कि उनको धान बेचने में यहां कोई परेशानी नहीं हुई। आदिवासी सेवा सहकारी समिति कुल्हारिया केंद्र भी धान खरीदी का शुभारंभ हुआ। यहां किसान श्री हरिनाम सिंह, श्री प्राण सिंह, श्री उमेंद सिंह, श्री पतिराम ने कुल 260 क्विंटल 80 किलो धान का विक्रय किया। समिति में धान का विक्रय करने वाले गांव के सरपंच व कृषक हरिनाम सिंह ने बताया कि उन्होंने सोसाइटी में 56 क्विंटल धान विक्रय के लिए टोकन प्राप्त किया था। धान खरीदी केंद्र में किसानों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए सभी सुविधाएं है। यहां किसानों को कोई परेशानी नहीं हो रही है।