चलती डम्परों को रोककर डीजल की चोरी, विभागीय सुरक्षा प्रहरी बने मुकदर्शक
कोरबा। बीते शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि को कुसमुंडा खदान के कोल ब्लाक से करीब 30-40 लोग ग्रेडर मशीन व चलती डम्परों को रोककर डीजल निकालने में सफल रहे वहीं दुसरी ओर सुरक्षा में तैनात टीएसआर कंपनी व विभागीय सुरक्षा प्रहरी मुकदर्शक बने बैठे रहे। एसईसीएल कुसमुंडा के महाप्रबंधक ने संज्ञान में लेते हुए विभागीय अधिकारी व टीएसआर कंपनी के प्रहरियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि इसकी भरपाई विभागगीय सुरक्षा कर्मियों व टीएसआर कंपनी को ही भुगतना पडेगा।
वहीं दूसरी ओर कुसमुंडा महाप्रबंधक की कड़ी फटकार ने सुरक्षा प्रहरियों को सकते में ला दिया। जिससें विभागीय सुरक्षा प्रहरी व टीएसआर कंपनी के प्रहरियों ने संयुक्त गश्ती के दौरान शनिवार रविवार की मध्य रात्रि कुसमुंडा खदान में किया। गश्ती के दौरान 280 लीटर भरा जरकीन व 3 खाली जरकीन पकडऩे में सफलता हासिल की है। आखिरकार कोल ब्लाक तक यह गिरोह कैसे पहुचते है सोचनीय पहलू यह है कि प्रबंधन इतनी सुरक्षा मुहैया करा रही है इसके बावजूद गिरोह कोल ब्लाक तक कैसे पहुच रहे है?् यह सवाल विभागीय व टीएसआर कंपनी पर उठना लाजिमी है। कही ना कही विभागीय व्यक्ति या किसी नेताओं के हाथ इस गिरोह के सिर पर मेहरबान तो नहीं ? सुरक्षा प्रहरियों की तैनाती भी खोखली साबित होती दिख रही है। गौर करने वाली बात यह है कि कुसमुंडा महाप्रबंधक अगर युरक्षा प्रहरी व टीएसआर कंपनी को कड़ी फटकार नहीं लगाते तो गश्ती भी नहीं होती और ना ही डीजल का जखीरा पकड़ता। बीते रात्रि को कुसमुंडा खदान के कोल ब्लाक व खदान से डीजल का जखीरा पकडाना खदानों में तैनात सुरक्षा प्रहरियों के नाकामी को प्रदर्शित करता है।