दो गांवों में हाथियों के दल ने तोड़ा मकान, ग्रामीणों में दहशत
कोरबा 1 अक्टूबर। हाथी उत्पात और लोगों की परेशानी का जैसे चोली-दामन का साथ हो गया है। कभी यहां तो कभी वहां यह समस्या पेश आ रही है। सबसे अधिक परेशानी उन मामलों में हैं जहां हाथी लोागें के मकान तोड़ रहे हैं। वनमंडल कोरबा के करतला रेंज के घोटमार जंगल में पिछले 24 घंटे से डेरा जमाए 8 हाथियों के दल ने शुक्रवार की रात रेंज के दो गांव टीमनभौना व बड़मार में 8 हेक्टेयर क्षेत्र में लगे धान की फसल को चौपट करने के बाद रायगढ़ डिविजन के छाल रेंज का रूख कर लिया है। जबकि कटघोरा के केंदई परिक्षेत्र में सक्रिय 44 हाथी लगातार दूसरे दिन भी सिरमिना गांव में उत्पात मचाते हुए एक ग्रामीण के कच्चे मकान को ढहा दिया। इतना ही नहीं आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों के बाड़ी व खेत में लगे धान व मक्का के फसल को बुरी तरह रौंद दिया।
हाथियों द्वारा लगातार दूसरे दिन गांव में उत्पात मचाए जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक हाथियों के ताजा उत्पात से ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इधर कोरबा वनमंडल के करतला रेंज के घोटमार जंगल में डेरा डाले 8 हाथी शुक्रवार की रात जंगल से बाहर निकले और आगे बढ़ते हुए छाल रेंज के धंसकामुड़ा जंगल पहुंच गए। हाथियों ने जाने से पहले रास्ते में टीमनभौना व बड़मार गांव में किसानों के खेत में लगे धान के फसल को तहस.नहस कर दिया। हाथियों के उत्पात से 20 किसान प्रभावित हुए हैं। उनकी 8 हेक्टेयर क्षेत्र में लगे धान की फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। हाथियों द्वारा रेंज के दो गांव में फसल रौंदे जाने की सूचना पर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी आज सुबह मौके पर पहुंचे और नुकसानी का सर्वे करने में जुट गए हैं। सर्वे पूरी होने के बाद उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। तत्पश्चात पीडि़तों को मुआवजा देने के लिए के व्यवस्था करेगी।