कोरबा मेडिकल कॉलेज : प्रदेश सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण 1 वर्ष का हुआ नुकसान – नूर आरबी

कोरबा। मो. न्याज नूर आरबी, भाजपा जिला सह संयोजक सहकारिता प्रकोष्ठ ने मेडिकल कॉलेज के मामले में बड़ा बयान जारी करते हुए कहा है कि बड़े हर्ष का विषय है कि यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया जी के विशेष प्रयासों के कारण 100 सीटों वाली कोरबा मेडिकल कॉलेज को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए मान्यता प्रदान कर दी है जो स्वागतेय है। कोरबा जिला केंद्र सरकार द्वारा घोषित पिछड़े जिलो की श्रेणी सूची में आता है, कोरबा जिले में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग सहित गरीब लोग निवास करते हैं। यहां मेडिकल कॉलेज की कमी थी जिसे केंद्र सरकार ने मान्यता दी है जो जिले वासियों के लिए वरदान साबित होगा।

मो. न्याज नूर आरबी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समय पर कोरबा मेडिकल कॉलेज के लिए भूमि तथा अन्य जरूरत की सुविधाएं/औपचारिकताएं पूरी नहीं करने के कारण कोरबा मेडिकल कॉलेज 1 साल के लिए पिछड़ गया इसके लिए कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधि जिम्मेदार है क्योंकि अगर समय पर औपचारिकता पूर्ण की होती तो आज मेडिकल कॉलेज का दूसरा वर्ष होता। जनप्रतिनिधियों व प्रदेश सरकार द्वारा औपचारिकता पूर्ण किए बिना केवल मान्यता की मांग की जा रही थी जो कि यहां के जिला प्रशासन की उदासीनता व जिला प्रशासन और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के बीच द्वेषपूर्ण रवैया को दर्शाता है। इस लेटलतीफी के कारण हुई देरी के लिए श्रेय लेने वालो को कोरबा की जनता से पहले माफी मांगनी चाहिए। वो तो भला हो आदरणीय प्रधानमंत्री जी के लोककल्याणकारी योजनाओं व सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास सोंच के कारण भारत देश के साथ – साथ कोरबा जिला व लोकसभा में भी केंद्रीय योजनाओं से यहां की जनता आगे बढ़ रही हैं जिसके लिए हम सभी कोरबा लोकसभा वासी उनका ह्रदय से धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।

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