कोल कर्मियों को सेवानिवृति से एक साल पहले मिलेगा नोटिस
कोरबा 2 सितम्बर। कोल इंडिया की खदानों में काम करने वाले मेहनतकश कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद कार्यालयों का चक्कर न काटना पड़ेए इसलिए कंपनी में नई व्यवस्था लागू की गई है। अब एक साल पहले ही सेवानिवृत होने का नोटिस कर्मचारियों को दिया जाएगा। अब तक छह माह पहले नोटिस दिया।
कोल इंडिया में पेंशनर 4.75 लाख कर्मचारी हैं। अब तक यह देखा जाता रहा है कि सेवानिवृत होने के बाद ग्रेच्यूटी, प्राविडेंट फंड व अवकाश बचत देय राशि के लिए उस कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है, जहां से वह सेवानिवृत हुआ है। इसके अलावा स्थानीय कोल माइंस प्राविडेंट फंड संगठन सीएमपीएफओ के कार्यालय में भी आवश्यक दस्तावेजों के लिए भी भटकना पड़ता है। इस मामले को पिछले दिनों 16 अगस्त 2022 को नागपुर में सीएमपीएफओ न्यासी बोर्ड की 176 वीं बैठक में श्रमिक संगठनों ने सीएमपीएफओ न्यासी बोर्ड की बैठक में पिछले दिनों उठाया था। कहा गया था कि सेवानिवृत कर्मचारियों के सीएमपीएफ, सीएमपीएस के वितरण आदि टर्मिनल बकाया के समय पर प्रोसेसिंग के लिए सेवानिवृति नोटिस की तारीख कम से कम एक साल पूर्व की रखनी चाहिए।
बैठक लिए गए निर्णय पर अमल करते हुए निदेशक कार्मिक विनय रंजन ने कोल इंडिया से संबंधित कंपनी बीसीसीएल, सीसीएल, डब्ल्यूसीएल,इसीएल, एनसीएल, एमसीएल, एसईसीएल व सीएमपीडीआइ के निदेशक कार्मिकों को पत्र प्रेषित कर दिया गया है। अब नोटिस की एक प्रति सीएमपीएफओ के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों को भी भेजी जाएगी। जहां से कर्मचारी सेवानिवृत होगा व पूर्व पदस्थापना के स्थान और सीएमपीएफओ से कार्यालयों के समंवय से सभी प्रांसगिक दस्तावेजों को समय पर किया जाएगा।
एटक के वरिष्ठ नेता दीपेश मिश्रा का कहना है कि एक वर्ष पहले सेवानिवृत नोटिस देने से कर्मचारी के भुगतान की जाने वाली राशि को तैयार करने में पर्याप्त समय मिलेगा। कोई तकनीकी त्रुटि सामने आने पर उसे समय रहते जांच कर दूर की जा सकेगी। इसका लाभ यह होगा कि जिस दिन कर्मचारी सेवानिवृत होगा, उसी दिन सके सभी देयकों का भुगतान किया जा सकेगा। अभी हो यह रहा है कि कई सेवानिवृृत कर्मचारियों चार से छह माह बाद देयक प्राप्त हो रहे हैं।