भागवत कथा सुनने से होता है कल्याण: बांकेबिहारी
कोरबा 1 सितंबर। श्रीमद् भागवत कथा में वह सारे गुण व्याप्त हैं, जिनके माध्यम से प्राणी अपना कल्याण कर सकता है। साथ में परिवार व उनसे जुड़े हुए लोगों का भी कल्याण होता है। जीवन में जब अवसर मिले समय निकालकर प्रत्येक व्यक्ति को भागवत कथा सुननी चाहिए। यह श्रीमद् भागवत कथा के दौरान बुधवार को आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी ने श्रोताओं को बताई। कथा वाचक बांकेबिहारी गोस्वामी के गाए गीत नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की धुन पर भक्त जमकर झुमे।
भगवान कृष्ण की सामूहिक जय-जयकार के बीच पूर्व श्रद्धाभाव के साथ श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव मनाया। कथा के दौरान श्रीकृष्ण अवतार की झांकी निकाली गई। कथा के दौरान सनातन धर्म के नियमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोई कार्य सोच विचार कर करने चाहिए। बिना सोचे-विचारे अर्थात बिना चिंतन-मनन के कार्य करने का परिणाम अक्सर गलत होता है। बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताए। काम बिगाड़ो आपनों, जग में होत हसाए। व्यक्ति को अपने सामर्थ के अनुरूप ही कार्य करना चाहिए। आचार्य ने कहा कि मन में हर हमेशा जिज्ञासा बनी रहनी चाहिए, जिस प्रकार बालपन में बालकों को कुछ नया देखने व सुनने से उसके मन में उसे जानने की जिज्ञासा होती है। इसलिए अपने अंदर के बालपन को हमेशा बनाए रखना चाहिए। आचार्य ने एकादशी व्रत के नियमों पर प्रकाश डाला। कथा स्थल पर मुख्य जजमान महावीर अग्रवाल, जयसिंह अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, रिशु अग्रवाल ने सपरिवार विधि विधान के साथ आरती की। इस दौरान विधायक केशव चन्द्रा, रायपुर से अशोक अग्रवाल, फिरोज कुरैशी, राजेन्द्र तिवारी, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आरपी सिंह, मनेन्द्रगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष राजू केशरवानी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व धमतरी, कुरूद के पूर्व विधायक गुरूमुख सिंह होरा, अग्रवाल सभा कोरबा के अध्यक्ष श्रीकांत बुधिया, अशोक मोदी, बालको चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुमेर डालमिया समेत बड़ी संख्या में नगरवासी शामिल रहे।