5 दिनी कामबंद हड़ताल: हफ्तेभर सरकारी दफ्तरों में कामकाज प्रभावित
कोरबा 23 जुलाई। केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता व 7वें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लेकर प्रदेश में छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आह्वन पर सोमवार से शुक्रवार तक 5 दिवसीय कलम रख कामबंद हड़ताल रहेगा। उक्त हड़ताल में जिले के करीब 30 हजार कर्मचारी-अधिकारी शामिल हो रहे हैं। इसमें लगभग सभी सरकारी विभाग के कर्मचारी-अधिकारी हैं। उन्होंने हड़ताल में शामिल होने के लिए सामूहिक रूप से अवकाश ले लिया है। इस तरह प्रशासनिक, नगरीय निकाय, वन विभाग, शिक्षा विभाग, खाद्य विभाग समेत अन्य दफ्तरों में कामकाज लगभग ठप रहेगा।
शिक्षकों के बड़ी संख्या में सामूहिक अवकाश से स्कूलों में पढ़ाई और स्वास्थ्य कर्मचारी-अधिकारियों के काम पर नहीं जाने से अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं टीकाकरण अभियान पर भी असर होगा। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन का हड़ताल भले ही 5 दिन का है, लेकिन प्रभाव सप्ताह भर पड़ेगा, क्योंकि सोमवार से पहले शनिवार-रविवार अवकाश पड़ रहा है। वहीं शुक्रवार के बाद फिर से शनिवार-रविवार का अवकाश है। ऐसे में हड़ताल के बीच सरकारी दफ्तरों में कामकाज के सिलसिले में पहुंचने वाले लोगों को भटकना पड़ सकता है।
5 दिवसीय हड़ताल पर जाने से पहले छत्तीसगढ़ कर्मचारी.-अधिकारी फेडरेशन के जिला शाखा कोरबा के इकाई ने शुक्रवार को प्रेस क्लब के तिलक भवन में प्रेस वार्ता लेकर 5 दिवसीय कलम रख कामबंद हड़ताल के तैयारियों के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान संयोजक केआर डहरिया, कार्यकारी संयोजक जेपी खरे, महासचिव तरूण राठौर, सह संयोजक एसके द्विवेदी व प्रवक्ता ओमप्रकाश बघेल ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रदेश के 2 लाख कर्मचारी-अधिकारी हड़ताल में रहेंग। जिले में हड़ताल पूरी तरह सफल होगा। सरकार ने चुनाव के समय वादा किया था, लेकिन अब कर्मचारियों-अधिकारियों का मंहगाई भत्ता व वेतनमान बढ़ाने के बजाए कमेटी बनाकर गुमराह कर रही है।