खाट के सहारे गर्भवती को ग्रामीणों ने कराया उफनती नदी पार
कोरबा 18 जुलाई। जिले के सबसे पिछड़े पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम कर्री में प्रसव पीड़ा से तड़पती एक गर्भवती महिला को उफनती बम्हनी नदी से ग्रामीणों ने खाट के सहारे पार कराया। दूसरी छोर पर खड़ी 112 में बैठाकर उसे अस्पताल पहुंचाया गया हैं, जहां उसका सुरक्षित प्रसव हुआ। बारिश ने जिले के दूसस्थ पहुंच विहीन गांवों में आवागमन के लिए हो रही बदहाली की पोल खोल दी है।
वर्षा के समय टापू बन जाने वाले गांवों का अस्तित्व जिले आज भी बरकरार है। आवागमन बंद होने से ग्रामीणों की समस्या सामने आने लगी है।जिला मुख्यालय से 98 किलोमीटर ग्राम पंचायत कर्री के आश्रित ग्राम तुलबुल में निवासरत राजकुमार यादव की पत्नी गायत्री यादव का प्रसव पीड़ा शुरू हुई। राजकुमार ने 112 को फोन लगाया। वाहन कर्री तक पहुंच गई लेकिन बीच में पडऩे वाली बम्हनी नदी में उफान था। नदी में बने रपटा के उपर से पानी बह रहा था। ऐसे वाहन का गांव तक पहुंचना असंभव था। इधर गायत्री की प्रसव पीड़ा बढ़ती जा रही थी। ग्रामीणों ने उसे खाट के सहारे उफनती नदी से पार कराया। इस तरह 112 में माध्यम से उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान लाया गया। यहां सुरक्षित प्रसव के बाद जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।
जिले के अंतिम छोर में बसे ग्राम पसान क्षेत्र में कई ऐसे गांव है जहां स्वास्थ्य कर्मी पहुंचते ही नहीं। ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव जिला मुख्यालय से 98 किलोमीटर दूर है। वहीं पसान अस्पताल के लिए पांच किलोमीटर के दूरी तय करनी पड़ती है। बारिश के समय आवागमन की समस्या और भी बदतर हो जाते हैंए मरीजों को नाव के सहारे नदी पार करनी पड़ती है। रात के समय नाव की सुविधा भी नहीं मिल पाती है। ग्रामीणों ने नदी पर जल्द से जल्द पुल बनाने की मांग सरकार से की है।