वन विभाग ने प्रवासी पक्षियों को बचाने पेड़ों के नीचे लगाए जाल
कोरबा 11 जुलाई। कनकी गांव में प्रति वर्ष आने वाले प्रवासी पक्षी एशियन बिल स्टार्क की सुरक्षा के लिए अब वन विभाग ने पेड़ों के नीचे जाल लगाया है। इस परिक्षेत्र में पहले से तडि़त चालक लगे हैं इसके बाद भी पखवाड़े भर पहले यहां गाज गिरने के कारण 10 पक्षियों की मौत हो गई थी। अधिकारियों का कहना है किगाज के साथ उसकी धमक के कारण पेड़ से गिरकर पक्षियों की मौत अधिक होती है। पेड़ के नीचे जाल लगने से पक्षी अब सुरक्षित रहेंगे।
जिले करतला विकासखंड के ग्राम कनकी में विदेशी एशियन बिल स्टार्क पक्षी का आगमन मई माह से शुरू हो चुकी है। 1000 से भी अधिक पक्षियों ने यहां शिव मंदिर परिसर में लगे पेड़ों में अपना डेरा जमा लिया है। पक्षियों को क्षेत्रवासी मानसून का संदेशा देने वाले देवदूत मानते हैं। अधिक संख्या में पक्षियों के आने और बेहतर मानसून की संभावना को लेकर ग्रामीणों में खुशियां देखी जाती थी लेकिन इस बार पक्षियों की मौत ने उन्हे दुखी किया। बीस दिन पहले ग्राम रामपुर के पास पक्षी मृत अवस्था में पाए गए थे। उसके तीसरे दिन ही गाज गिरने से 10 पक्षियों की मौत हो गई थी। इस पर ग्रामीणों ने वन विभाग की ओर से दी जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया था। अब जाकर वन विभाग ने अधिक बसेरा वाले पेड़ों पर जाल लगा दिया है, ताकि गाज की धमक से पक्षी पेड़ के बजाए जाल में गिर कर सुरक्षित रहें। बताना होगा कि जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर कनकी में प्रवासी पक्षी एशियन ओपन बिल स्टार्क का विगत कई वर्षों से हो रहा। पक्षियों के लिए अनुकूल वातावरण हो से वन विभाग ने कनकी सहित आसपास को को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया है। मंदिर के पुजारी पुरूषोत्तम यादव का कहना है मंदिर परिसर में तडि़त चालक सात साल पहले लगाया गया था। इसके रेंज बढ़ाने की आवश्यकता है। वन विभाग की ओर मामले ध्यान नहीं दिए जाने के कारण पक्षी असुरक्षित हैं।